- देव संस्कृति यूनिवर्सिटी से आए स्टूडेंट्स स्कूली बच्चों को सिखा रहे हैं योगा

- योगा के साथ-साथ नशा उन्मूलन, जीवन प्रबंधन के भी सिखा रहे गुर

GORAKHPUR: समाज सुंदर से पहले व्यक्ति निरमन आवश्यक है। योगाभ्यास स्वस्थ शरीर की नींव है। इसी थीम पर हरिद्वार के देव संस्कृति यूनिवर्सिटी से आए स्टूडेंट्स का एक ग्रुप योग से निरोग करने का काम शुरू किया है। स्टूडेंट्स का यह ग्रुप गोरखपुर के स्टूडेंट्स को योग के माध्यम से स्वस्थ्य रहने का जहां गुर बता रहे हैं, वहीं नशा उन्मूलन, स्वच्छता और जीवन प्रबंधन के लिए सिटी के विभिन्न स्कूल व कालेजेज में बच्चों को ज्ञान दे रहे हैं। यह सबकुछ फ्री ऑफ कास्ट किया जा रहा है।

ख्7 नवंबर को गोरखपुर आई टीम

हरिद्वार स्थित देव संस्कृति यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स आशीष अवस्थी, स्वाती श्रीवास्तव, ज्योति श्रीवास्तव, शुभम पालीवाल, भानू प्रताप और रूप नारायण आदि की एक टीम ख्7 नवंबर को गोरखपुर आई है। ये स्टूडेंट्स शहर के विभिन्न स्कूलों और कालेजों में बच्चों को फ्री ऑफ कास्ट योगा सीखा रहे हैं। इसी क्रम में वेंस्डे को इन स्टूडेंट्स ने बिछिया स्थित नेहरू ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज और ब्वॉयज इंटर कॉलेज में स्टूडेंट्स को योगा सिखाया। साथ ही टीचर्स और प्रिंसिपल को भी इसके फायदे बताए।

अब तक क्क् स्कूलों में सिखा चुके हैं योग के गुर

इन स्टूडेंट्स की मानें तो सिर्फ योगा के गुर सिखाना ही उनका उद्देश्य नहीं है बल्कि आज के युवाओं में नशा उन्मूलन, स्वच्छता के प्रति जागरूक भी करना है। टीम की माने तो अभी तक उन्होंने गोरखपुर के क्क् स्कूल व कालेजों में योगा का कैंप लगा चुके हैं।

एक महीने का है सोशल इंटर्नशिप

देव संस्कृति यूनिवर्सिटी से आई टीम की माने तो वह अपने एक महीने के इंटर्नशिप पर आए हैं। इसी के तहत वह स्कूल और कॉलेज के बच्चों को योग के प्रति जागरूक कर रहे हैं और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को सचेत करने का काम कर रहे हैं। कितने बच्चों को इन लोगों ने योग के प्रति जागरूक किया, इसके लिए वे डाटा भी मेंटेन कर रहे हैं।

इसी के जरिए बच्चों को करते हैं मोटिवेट

- वार्मअप

- संधि संचालन

- प्रज्ञा योगा

- सूर्य नमस्कार

- योगा मुद्रा

- एक्यूप्रेशर थिरैपी

- स्वास्थ्य के प्रति जागरूक

- नशा उन्मूलन के लिए जागरूक

क्या कहते हैं प्रिंसिपल

नेहरू इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल एमपी सिंह तोमर बताते हैं कि देव संस्कृति यूनिवर्सिटी से आए इन स्टूडेंट्स ने सराहनीय कार्य शुरू किया है। योग के माध्यम से बच्चों के भीतर पनपने वाली तमाम विकृतियों को दूर किया जा सकता है, जो हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।