- यूजी के फ‌र्स्ट इयर के छात्रों का नहीं जारी हुआ है आईडी कार्ड

- एडमिशन कोऑडिनेटर की ओर से नहीं भेजा जा रहा सही डाटा

- प्रॉक्टर ने एक दिसम्बर से बिना आईडी कार्ड कैम्पस में प्रवेश पर लगाई पाबंदी

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में पिछले कुछ मंथ से स्टूडेंट्स के बीच में हो रहे मारपीट और अराजकता के माहौल के कारण कैम्पस में छात्रों में डर व्याप्त है। कैम्पस में बढ़ रहे इस अराजकता को रोकने के लिए प्रॉक्टोरियल बोर्ड कैम्पस में किसी भी बाहरी स्टूडेंट्स के आने पर पूरी तरह से रोक लगाने जा रहा है। इसके लिए प्रॉक्टर प्रो। मनोज दीक्षित की ओर से आगामी एक दिसम्बर से यूनिवर्सिटी में बिना आईडी कार्ड दिखाए किसी भी स्टूडेंट्स को एंट्री देने से मना करने की तैयारी कर रहे है। लेकिन यूनिवर्सिटी की वास्तविक हालात को देखे तो यूजी के स्टूडेंट्स को अभी तक आईडी कार्ड नहीं जारी किया गया है। आईडी कार्ड जारी करने की जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी के डीटीपी सेल के पास है, पर वह सही डाटा न मिलने के कारण इस काम में देरी होने की बात कह रहा है।

यूजी के फ‌र्स्ट इयर का नहीं मिला है डाटा

डीटीपी सेल के इंचार्ज प्रो। राजीव पांडेय का कहना है कि यूनिवर्सिटी में अंडर ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन फ्0 सितम्बर को समाप्त हुए थे। पर अभी तक एडमिशन कोऑडिनेटर की ओर से यूजी कोर्स में हुए एडमिशन का सही डाटा अभी तक नहीं भेजा गया है। ऐसे में बीए, बीकॉम, बीएससी समेत सभी यूजी कोर्स के फ‌र्स्ट इयर के स्टूडेंट्स का आईडी कार्ड अभी तक नहीं बना गया है। प्रो। पांडेय ने बताया कि इतना ही नहीं ग्रेवांस कमेटी की ओर से जिन स्टूडेंट्स के एडमिशन की मंजूरी दी गई है। उनके डाटा को भी अभी तक नहीं जांचा गया है। जिसकी जांच का काम अभी तक चल रहा है। प्रो। पांडेय ने बताया कि यूजी के सेकेंड और थर्ड इयर के सभी स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया है। वहीं पीजी एडमिशन कोऑडिनेटर की ओर से हाल में ही डाटा उपलब्ध कराया गया है। जिसे मिले के कुछ दिन बाद ही सभी पीजी कोर्स के फ‌र्स्ट और सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स को आईडी कार्ड जारी कर दिया गया है।

नहीं आ रहे एडमिशन कोऑडिनेटर

यूनिवर्सिटी के सूत्रों का कहना है कि आईडी कार्ड के मामले पर वीसी की ओर से चार बार मीटिंग बुलाई जा चुकी है। पर वीसी के बार-बार बुलाने पर भी यूजी एडमिशन कोऑडिनेटर प्रो। प्रवीण नागर मीटिंग में नहीं शामिल हो रहे है। इसके अलावा जो डाटा एडमिशन कोऑडिनेटर की ओर से उपलब्ध कराया गया वह अभी तक सही नहीं है। ऐसे में उसके आधार पर आईडी कार्ड नहीं बनाए जा सकते है। सूत्रों का कहना है कि तीन पहले वीसी कार्यालय में इस मामले पर आयोजित हुए बैठक में भी यूजी एडमिशन कोऑडिनेटर प्रो। प्रवीण नागर शामिल नहीं हुए है।

अभी तक यूजी एडमिशन कोऑडिनेटर की ओर से यूजी एडमिशन का डाटा जांचकर नहीं उपलब्ध कराया गया है। जिस कारण से यूजी में इस साल हुए एडमिशन के आईडी कार्ड नहीं जारी किया गया है। बाकि सभी इयर और पीजी के आईडी कार्ड जारी कर दिए गए है।

प्रो। राजीव पांडेय, डीटीपी सेल, इंचार्ज