-ग्रीन पार्क में टिकट खरीदने के लिए क्रिकेट प्रेमियों का सैलाब उमड़ा

-स्टूडेंट्स ग्रुप में कई बार हुए झगड़े, पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

-प्रदेश के कोने-कोने से आए क्रिकेट प्रेमी फिर भी वहां से हटने को तैयार नहीं

KANPUR : भारत-साउथ अफ्रीका वन डे इंटरनेशनल मैच के लिए टिकट बिक्री में मंडे को सुबह से ही कई बार स्टूडेंट्स व पुलिस में 'चोर-सिपाही' का खेल चला। कई बार स्टूडेंट आपे से बाहर हुए तो पुलिस ने अपना एकसूत्रीय लट्ठमार रवैया अपनाना पड़ा। कई स्टूडेंट लाठी की मार से चोट भी खा गए। भगदड़ मची, लोग गिरे लेकिन पुलिस क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेरहम बनी रही। यहां तक कि विकलांगों पर भी लाठी बरसाने में दया नहीं आई।

जुटी सबसे ज्यादा भीड़

ग्रीन पार्क में लगे काउंटर्स पर स्टूडेंट व पब्लिक दीर्घा के टिकट बेचे गए, जो प्रशासन के लिए भी चुनौती का काम था, क्योंकि पिछली बार बैंक की कई ब्रांचों में टिकट बिक्री के दौरान स्टूडेंट्स ने बवाल कर दिया था। मंडे को आलम यह था कि रात से लगी लाइन सुबह छह बजे तक करीब एक किलोमीटर राउंड में फैल गई, जो अब तक की टिकट बिक्री में सबसे ज्यादा भीड़ रही।

सुबह छह बजे से हंगामा शुरू

नगर ही नहीं आसपास के जिलों कन्नौज, फर्रुखाबाद। उन्नाव, फतेहपुर, औरेया आदि से स्टूडेंट्स का जत्था आया। यह सभी संडे रात से ही ग्रीन पार्क के बाहर सड़क पर लाइन में लगे और वहीं सोए। रात में ही करीब तीन हजार से अधिक छात्रों की भीड़ हो गई, सुबह होने तक संख्या करीब 8 हजार से ऊपर हो गई। सुबह छह बजे के बाद स्टूडेंट्स के बीच धक्का-मुक्की को लेकर हंगामा होना शुरू हो गया। इसी दौरान कुछ छात्रों के ग्रुप ने मारपीट करनी शुरू कर दी। कई छात्रों के कपड़े फट गए। बवाल की आशंका के चलते कई थानों की फोर्स के अलावा पीएसी को भी यहां लगाया गया था।

दिन भर चला लाठी का राज

इधर, पुलिस ने एक ग्रुप को खदेड़ा वहीं थोड़ी देर बाद फिर लाइन में लगने के चक्कर में परमट से आए कुछ स्टूडेंट्स का झगड़ा हो गया। इस बार जूते चप्पल चलने लगे। फिर पुलिस ने अपना लाठी राज दिखाया। यह सब बवाल टिकट विंडो खुलने से पहले हुए। विंडो खुलते ही लाइन में कई जगह छात्रों के बीच धक्कामुक्की को लेकर हंगामा होने लगा। पुलिस ने फिर एक बार जमकर लाठी चलाई। जिससे कुछ लड़के भाग गए। करीब 12 बजे तक थोड़ी शांति रही लेकिन बाद में थोड़ी-थोड़ी देर में स्टूडेंट्स की भीड़ को पुलिस ने लाठी के सहारे ही कंट्रोल किया।

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पुलिस वाले ने ले ली आईडी

लखनऊ के ज्योतिष का कहना है कि 24 घंटे तक लाइन में खड़े रहने के बाद जब नंबर आया तो पुलिस के जवान ने मेरा वोटर आईडी ले लिया और मुझको लाइन से हटा दिया। फिर दोबारा किसी ने लाइन में लगने नहीं दिया। उरई के विक्रम कुमार का कहना है कि कई बार पुलिस ने लाठियां बरसाई। पीठ में कई लाठियां खाई लेकिन फिर भी टिकट नहीं मिला। कुछ देर किनारे खड़े रहने के बाद फिर लाइन में लग गए। वो बताते हैं कि फिर लाइन में लग गए पर फिर भी टिकट नहीं मिला।

रातभर खुलीं दुकानें, िबके समोसे

ग्रीनपार्क स्टेडियम के पास की दुकानें रातभर खुली रहीं। यहां लोग टिकट लेने के लिए आईडी की फोटोकॉपी के लिए तो पहुंच ही रहे थे और इसके साथ ही घंटों खड़े रहने के लिए पानी और समोसे समेत दूसरी खाने की चीजें भी जमकर बिक रहीं हैं। लोगों की भीड़ को देखकर दुकानदारों ने भी अपने रेट बढ़ा दिए।