- स्टूडेंट्स को दी जाएगी प्राथमिक उपचार की जिम्मेदारी

- सितंबर तक हर स्कूल को बनाना होगा सेक्शन वाइज हेल्थ क्लब

MEERUT सीबीएसई स्कूलों में अब स्टूडेंट हेल्थ क्लब बनाए जा रहे हैं। स्कूलों में बच्चे ही खुद अपने साथियों का ख्याल रखेंगे। अपने साथियों को फिट रखने की जिम्मेदारी भी सीबीएसई ने अब बच्चों को ही सौंप दी है।

सितंबर तक बनाए हेल्थ क्लब

सीबीएसई ने जारी सकुर्लर में स्कूलों को सितंबर तक स्कूलों में पांच मेंबर्स का एक हेल्थ क्लब बनाने को कहा है। यह कैंप सेक्शन वाइस बनाया जाएगा। जिसमें सीनियर व मीडिल सेक्शन को ही शामिल किया गया है। सीनियर सेक्शन से क्लास नौ से इंटर तक के स्टूडेंट व मीडिल सेक्शन से क्लास छह से आठ तक के स्टूडेंट को शामिल करना है।

ऐसे रखेंगे ख्याल

स्टूडेंट हेल्थ क्लब टीम को हर मंथ अपने स्कूल के बच्चों को स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देनी होगी। जिसके लिए टीम द्वारा एक टॉपिक सिलेक्ट किया जाएगा। यह टॉपिक वो होगा जिनसे संबंधित अक्सर बीमारियां बच्चों को होती हैं। उस टॉपिक पर स्टडी कर क्लब के मेम्बर्स मंथली अन्य बच्चों से डिस्कस करेंगे।

इन पर करेंगे विचार

स्कूल में एसेंबली के समय चक्कर आ जाने के कारण, सिर दर्द रहना, पेट में दर्द होने के कारण, जंक फूड के नुकसान, खुले खाने को खाने से होने वाली बीमारियां, खाना न खाने के नुकसान और सुबह न नहाने के नुकसान आदि जैसे टॉपिक पर स्टूडेंट अपने साथियों के साथ चर्चा करेंगे।

यह काफी अच्छी बात है। इससे स्टूडेंट्स में अपनी हेल्थ को लेकर अवेयरनेस आएगी। इसके साथ ही बच्चों में दूसरों की मदद करने की भावना भी जाग्रत होगी। सीबीएसई का यह काफी अच्छा प्रयास है।

-डॉ। पूनम देवदत्त, सीबीएसई काउंसलर