- हर्ष दीप कॉन्वेंट स्कूल के स्टूडेंट्स को बीपीपीआईसी इंटर कॉलेज से एग्जाम फॉर्म भरवा दिए

- परीक्षा के दौरान डीआईओएस ने पकड़ा फर्जीवाड़ा

LUCKNOW :

यूपी बोर्ड एग्जाम में नकल माफिया का एक और कारनामा डीआईओएस ने पकड़ा है। बोर्ड एग्जाम दिलाने के लिए फर्जी स्कूल के स्टूडेंट्स को दूसरे स्कूल से एग्जाम फॉर्म भरवाए गए। बुधवार को इंटरमीडिएट एग्जाम के दौरान इस मामले का खुलासा तब हुआ जब डीआईओएस ने ऐसे करीब दो दर्जन स्टूडेंट्स को पकड़ा।

रामाधीन इंटर कॉलेज में दे रहे थे एग्जाम

डीआईओएस बुधवार को दूसरी पाली में रामाधीन सिंह इंटर कॉलेज निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने इंटर का एग्जाम दे रहे एक छात्र को खड़ा कर उसके स्कूल का नाम पूछा तो उसने स्कूल का नाम हर्ष दीप कॉन्वेंट पब्लिक स्कूल बांके नगर चौराहा पहाड़पुर बीकेटी बताया। जबकि स्टूडेंट के एडमिट कार्ड पर वीरेंद्र प्रताप पब्लिक इंटर कॉलेज प्रिंट था। ऐसे में डीआईओएस ने दूसरे स्टूडेंट्स से पुछताछ की तो यह पूरा खेल सामने आ गया। मौके पर करीब दो दर्जन स्टूडेंट ऐसे मिले जो किसी और स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे और उनका एग्जाम फॉर्म किसी और स्कूल से भरवाया गया था। डीआईओएस ने इस पूरे मामले पर स्टूडेंट्स से लिखित में जानकारी ली।

ऐसे स्टूडेंट्स की भरमार

माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रवक्ता डॉ। आरपी मिश्रा ने बताया कि यह नया खेल नहीं है। ऐसे कई फर्जी स्कूल चल रहे हैं। जो अपने यहां इंटर तक पढ़ाई कराते हैं और स्टूडेंट्स का नौवीं और 11वीं के रजिस्ट्रेशन से लेकर एग्जाम फॉर्म तक दूसरे स्कूलों से भरवा देते हैं। अगर इस मामले की गंभीरता से जांच की जाए तो पूरा खेल सामने आ जाएगा। उन्होंने बताया कि डीआईओएस सभी स्कूलों के एग्जाम फॉर्म भरने वालों की संख्या और उनको माध्यमिक शिक्षा परिषद से कितने वर्गो की मान्यता प्राप्त है। उसका मिलान करे तो पता लग जाएगा कि कौन-कौन से स्कूल से इस खेल में शामिल हैं।

सभी स्टूडेंट्स ने लिखकर दिया है कि उन्होंने 12वीं की पढ़ाई कहीं और से की है और उनका एग्जाम फॉर्म कहीं और से भरवाया गया है। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

डॉ। मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस