-मीरगंज में 11 वर्षीय बच्ची के लावारिस मिलने पर मचा हड़कंप

-बार-बार बयान से उलझी कहानी, घर पहुंचने पर सामने आयी सच्चाई

<-मीरगंज में क्क् वर्षीय बच्ची के लावारिस मिलने पर मचा हड़कंप

-बार-बार बयान से उलझी कहानी, घर पहुंचने पर सामने आयी सच्चाई

BAREILLY: BAREILLY: सुभाषनगर के मढ़ीनाथ में घर स्कूल के लिए निकली क्0 वर्षीय बच्ची स्कूल न पहुंचकर मीरगंज में लावारिस मिली तो हड़कंप मच गया। बच्ची ने कभी बोलरो सवारों तो कभी किसी और द्वारा अपहरण की कहानी रच डाली। यही नहीं गलत काम की आशंका के चलते पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया। कई घंटे बाद जब बच्ची घर पहुंची तो असली कहानी का पता चल सका। बच्ची होमवर्क पूरा न होने के चलते डर गई थी और वह खुद टेम्पो में सवार होकर मीरगंज पहुंची थी। पुलिस ने बच्ची को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।

तीन बच्चों के साथ गई थी स्कूल

क्0 वर्षीय सोनम ढाई वर्ष की उम्र से मढ़ीनाथ स्थित यादव गली में अपनी बुआ राजवती पत्‍‌नी कुंवरपाल के साथ रहती है। वह घर के पास ही स्वदेश भूषण पब्लिक स्कूल में भ्वीं क्लास में पढ़ती है। उसके पिता भानु बिलसी बदायूं में रहते हैं। मंडे सुबह करीब साढ़े 7 बजे राजवती अपनी बच्ची आरक्षी और भतीजे गोलू के साथ उसे भी स्कूल छोड़ने गई थीं। स्कूल गेट के पास से अचानक सोनम गायब हो गई। राजवती को लगा कि सोनम क्लास में चली गई है। जिसके बाद वह घर लौट आयी।

बोलेरो से उठाने की बताई कहानी

करीब क्0 बजे मीरगंज में सोनम रोते हुए मिली तो किसी महिला ने उससे पूछा। जिसके बाद पब्लिक ने मीरगंज पुलिस को सूचना दी। मीरगंज पुलिस ने जब उससे पूछताछ शुरू की तो उसने पहले झूठ बोलना शुरू कर दिया। उसने बताया कि उसे स्कूल के बाहर से बोलेरो से कुछ लोग उठाकर ले आए हैं, जिसकी वजह से पुलिस में खलबली मच गई। इसी दौरान सीबीगंज पहुंचने की भी बात कही। पुलिस के पूछने पर उसने एक चाचा का नंबर बताया तो उसके परिजनों को सूचना दी गई। पुलिस ने उसकी बुआ को वहां बुलाया। इसी दौरान सीओ सेकेंड सीमा यादव, एसएचओ सुभाषनगर कृष्ण मुरारी दोहरे, चौकी इंचार्ज मढ़ीनाथ रवि शंकर यादव मौके पर पहुंचे और स्कूल व घरवालों से पूछताछ की।

सिर्फ क्0 दिन गई स्कूल

पुलिस जांच में आया कि बच्ची स्कूल में पहुंची ही नहीं है। जब अटेंडेंस रजिस्टर चेक किया गया तो पाया कि वह ख्0 दिन में सिर्फ क्0 दिन ही स्कूल पहुंची है। जब बच्ची से आराम से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि उसकी हिंदी टीचर काफी होमवर्क देती थीं और होमवर्क पूरा न होने पर मारती थीं। इसके अलावा प्रिंसिपल भी डांटते थे। होमवर्क पूरा न होने के चलते ही वह स्कूल नहीं गई और सुभाषनगर से सीबीगंज जाने वाले टेंपो में बैठ गई। सीबीगंज से वह मीरगंज वाले टेंपो में बैठ गई। जब उससे टेंपो वाले ने रुपए मांगे तो वह रोने लगी।

बच्ची स्कूल में होमवर्क के दबाव के चलते घर से चली गई थी। बच्ची को सकुशल परिजनों को सौंप दिया गया है।

रोहित सिंह सजवाण, एसपी सिटी