परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

आगरा। ईदगाह स्थित होटल में सुसाइड करने वाले युवती के मामले में रविवार को एक नया मोड़ आ गया। युवती के परिजनों ने इसे सुसाइड नहीं माना है। बल्कि इसे हत्या करार दिया है।

शनिवार की थी घटना

शनिवार सुबह ईदगाह बस स्टैंड के पीछे स्थित होटल डी। लोरेट में युवती ने फांसी पर लटक कर जान दे दी थी। उसके पास से मिले सुसाइड नोट से उसकी शिनाख्त हो गई थी।

उसको मारा गया है

मृतका नीलम निवासी भरतपुर शास्त्री नगर के पिता गंगा सिंह का कहना था कि उनकी बेटी यह कदम नहीं उठा सकती। उसकी हत्या हुई है। इस हत्याकांड में डॉक्टर व उसके स्टॉफ के दो लोग शामिल है। उन्होने भरतपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराए जाने की बात कही है।

शादी करने वाले थे

पिता ने बताया कि बेटी नीलम पिछले दो साल से क्लीनिक पर काम कर रही थी। उसकी जॉब का कॉल लैटर आने वाला था। इसी के बाद परिजन उसकी शादी करने के विचार में थे। उसके लिए उन्होने तैयारी शुरु कर दी थी।

डॉक्टर ने नहीं दिया सही जबाव

पिता के मुताबिक बेटी रोज शाम को साढ़े छह बजे क्लीनिक से निकलने पर फोन किया करती थी। उसे बाइक से घर लाया जाता था, लेकिन उस दिन फोन नहीं आया। घर से फोन किया तो मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा। जब डॉक्टर के क्लीनिक पर आकर पूछा तो संतोष जनक जवाब नहीं मिला।

रात भर ढूढ़ा उसे

परिजनों का कहना था कि नीलम की रात भर तलाश की गई थी। उसकी सहेलियों के घर पर भी देखा गया। सुबह क्लीनिक पर पहुंचे तो वहां ताला लगा था। फोन करने पर डॉक्टर ने दस बजे आने को बोल दिया था। इसी बीच आगरा से कॉल आ गया।

फुटेज नहीं मिली

परिजनों का कहना था कि उनकी बेटी से सुसाइड नोट दबाव में लिखवाया है। डॉक्टर ने साजिश कर उसकी हत्या करवा दी है। आगरा में होटल में बेटी के आने के टाइम का सीसीटीवी फुटेज मांगा तो यह बोल कर मना कर दिया कि उस दौरान लाइट नहीं थी। परिजनों ने पुलिस पर भी आरोप लगाया है। उनका आरोप था कि पोस्टमार्टम में उसकी एंट्री लावारिस में की गई थी। बॉडी भी उन्हें रविवार की शाम को दी गई।

फांसी लग नहीं सकती

पिता का कहना था कि होटल में वह जगह देखी, जहां सुसाइड हुआ। उसे देख कर लगता है कि वह फांसी नहीं लगा सकती। साथ ही उसका एक मोबाइल भी नहीं मिला है।