- वाइफ का कराना था आपरेशन, नहीं मिल पा रहे थे रुपए

- परेशान पति ने आधी रात को फांसी लगाकर दे दी जान

<- वाइफ का कराना था आपरेशन, नहीं मिल पा रहे थे रुपए

- परेशान पति ने आधी रात को फांसी लगाकर दे दी जान

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: क्या करता? अब कोई आप्शन नहीं बचा था। घर में वाइफ बीमार थी। आपरेशन कराने के लिए रुपए का इंतजाम नहीं हो पा रहा था। तीन-तीन बच्चों की जिम्मेदारी थी। गार्ड की नौकरी से सिर्फ वह दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर पा रहा था। जब ऑपरेशन का समय आया तो वह डिप्रेशन का शिकार हो गया। अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन न करने के डर से शनिवार की रात में उसने फांसी लगाकर जान दे दी।

आज होना था आपरेशन

कमल सिंह(ब्भ्) धूमनगंज एरिया में रहता था। वह गार्ड की नौकरी करता था। उसके परिवार में वाइफ रेखा, बेटा रजनीश और दो बेटियां हैं। घर वालों की मानें तो रेखा की कई दिनों से तबीयत खराब चल रही है। उसकी बीमारी को देखकर डॉक्टर ने आपरेशन कराने के लिए बोला था। संडे को डॉक्टर ने टाइम दिया था आपरेशन के लिए। लेकिन आपरेशन का खर्च ज्यादा था और कमल रुपए का इंतजाम नहीं कर पा रहा था। पुलिस की माने तो आर्थिक तंगी से परेशान होकर रात में दो बजे कमल ने साल से फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह जब फांसी पर लटके हुए कमल को घर वालों ने देखा तो उनके होश उड़ गए। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था। पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।