-बिहार की राजनीति में एक और ट्विस्ट, राजद अध्यक्ष लालू के पक्ष को लेकर भिड़े बीजेपी के लीडर

PATNA: बिहार की राजनीति में एक और ट्विस्ट। बिहारी बाबू यानी शत्रुघ्न सिन्हा ने इशारों में जरा खामोश क्या कहा, ट्विटर पर जंग शुरू हो गई। लंबे समय बाद बिहारी बाबू ने राजनीतिक पर्दे पर ट्विटर के माध्यम से एंट्री की है। शत्रुघ्न सिन्हा ने फिर से भाजपा को मुश्किलों में डालते हुए अपने की नेता सुशील मोदी की नियत पर इशारों में सवाल खड़े कर दिए। लालू के पक्ष में आते हुए उन्होंने सुशील मोदी पर इशारों ही इशारों में निशाना साधा।

लालू के पक्ष में बिहारी बाबू

दरअसल बिहारी बाबू ने ट्वीट कर लालू कुनबे पर सुशील मोदी द्वारा किए जा रहे हमले का विरोध और लालू एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का समर्थन करते हुए कहा था कि जबतक आरोप साबित नहीं हो जाता तब तक किसी को आरोपी नहीं कहा जाना चाहिए। उन्होंने अपने अगले ट्वीट में बिना किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोगों ने बिहार में भाजपा को बहुत नुकसान पहुंचाया है। अब वे खुद को बचाने के लिए इस तरह के आरोपों का सिलसिला शुरू किए हुए हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इसका संज्ञान लेंगे। उन्होंने यह भी ट्वीट किया कि कुछ चमचे किस्म के लोग अशोभनीय एवं असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें क्षमा कर दें क्योंकि वे यह नहीं जानते कि वे क्या बोल रहे हैं।

सुमो ने किया सीधा हमला

बिहारी बाबू पलटवार करते हुए सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि यह जरूरी नहीं कि जो शख्स मशहूर है उस पर ऐतबार किया ही जाए, जितनी जल्दी हो घर से गद्दारों को बाहर किया जाए। अपने अगले ट्वीट में बिहारी बाबू पर और करारा प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि जिस लालू की बेनामी संपत्ति के बचाव में नीतीश नहीं उतरे उसके बचाव में भाजपा के 'शत्रु' कूद पड़े। मोदी ने अगले ट्वीट में लिखा है कि ख्00भ् के विधानसभा में चुनाव में भाजपा के 'शत्रुओं' ने चुनाव प्रचार का बहिष्कार किया था फिर भी सरकार बन गई थी।

शत्रुघ्न की यह आदत है पुरानी

यह पहला मौका नहीं जब शत्रुघ्न ने बीजेपी को लेकर अपने बयानों से पार्टी को दुविधा में डाला है.वह पहले भी वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार और पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बोलते और ट्वीट करते रहे हैं। इससे पूरे प्रदेश में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो जाती है।

दलीय मर्यादा को शत्रु पहले भी तार-तार करते रहे हैं। अब तो भ्रष्टाचारी के साथ खड़े होकर उन्होंने बिहारी बाबू की मर्यादा को भी खत्म कर दिया।

- मंगल पांडेय, पूर्व अध्यक्ष, बिहार भाजपा और हिमाचल प्रदेश प्रभारी