Jamshedpur: सांसद हत्याकांड समेत नक्सली हिंसा के कई अन्य मामलों में पुलिस को उसकी तलाश थी। वह पिछले 12 वर्ष से नक्सली संगठन में सक्रिय था। वर्तमान में वह नक्सली आकाश के दस्ते में सक्रिय था। उसके पास से 7.65 बोर की देशी पिस्तौल, चार गोली और एक मैग्जीन बरामद की गई है।

 

मार दी थी गोली

मालूम हो कि झामुमो सांसद सुनील महतो, झामुमो नेता प्रभाकर महतो समेत चार की हत्या घाटशिला थाने के बाघुडि़या गांव के फुटबॉल मैदान में चार मार्च 2007 को नक्सली राहुल उर्फ रंजीत पाल दस्ते ने ग्रामीणों के सामने गोली मार कर की थी। राहुल उर्फ रंजीत पाल ने 25 जनवरी 2017 को कोलकाता में पश्चिम बंगाल के डीजीपी के सामने पत्नी के साथ आत्मसमर्पण कर दिया था। मंगलवार को पत्रकारों को राजेंद्र सिंह मुंडा की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए एसएसपी अनूप टी। मैथ्यू ने बताया कि 26 दिसंबर की सुबह चार बजे पटमदा और एमजीएम थाना क्षेत्र में पुलिस और सीआरपीएफ का संयुक्त अभियान चलाया गया। इस अभियान में आमदा पहाड़ी से नक्सली की गिरफ्तारी की गई। उसकी तलाश पश्चिम बंगाल के मिदनापुर, झाड़ग्राम और पुरुलिया जिले की पुलिस को भी नक्सली ¨हसा मामले में थी। राजेंद्र सिंह मुंडा मूल रुप से सरायकेला-खरसावां जिले के चौका थाना के बालीडीह घाटदुलभी इलाके का रहने वाला है। पत्रकार वार्ता में अपर पुलिस अधीक्षक अभियान प्रणव आनंद झा, कोबरा 207 बटालियान के शशिभूषण सिंह और विकास कुमार, एमजीएम इंस्पेक्टर इमदाद अंसारी और पटमदा थाना प्रभारी महेंद्र करमाली उपस्थित थे।

 

सांसद पर राहुल कर रहा था फायरिंग

नक्सली राजेंद्र सिंह मुंडा ने बताया कि सांसद सुनील महतो की हत्या के समय वह भी बाघुडि़या में घटना को अंजाम देने वाले दस्ते में शामिल था। उसने बताया कि राहुल उर्फ रंजीत पाल सांसद और उनके अंगरक्षकों पर गोलियां चल रहा था। राहुल के बगल में खड़े होकर वह भीड़ की निगरानी कर रहा था। गिरफ्तार नक्सली से यह पूछने पर कि किसके कहने पर सांसद की हत्या की गई? उसने जवाब दिया कि उसे नहीं मालूम। घटना वाले दिन और क्या-क्या हुआ? जवाब में उसने कहा कि घटना के इतने दिन हो गएं हैं, उसलिए उसे उसे ठीक-ठीक याद नहीं। नक्सली राजेंद्र सिंह मुंडा ने बताया कि सांसद सुनील महतो की हत्या के बाद अंगरक्षकों से लूटे गए हथियारों को पश्चिम बंगाल के लालगढ़ भेज दिया गया था।

 

ये सामान हुए बरामद

नक्सली की निशानदेही पर चार बंडल कोटेक्स तार, 25 पीस डेटोनेटर, 35 पीस जेल, जिसके कवर पर नोजेल 901 लिखा हुआ है और 125 ग्राम विस्फोटक बरामद किया गया है। जब्त विस्फोटक के पैकेट पर इनवेरा पोस्ट रॉलगोन, ताह कोटाल जिला नागपुर अंकित है।

 

उड़ाया था सब इंस्पेक्टर समेत 11 जवानों को

घाटशिला रामचंद्रपुर- बुरुडीह डैम मार्ग पर 30 अगस्त 2008 में नक्सली राहुल दस्ते ने लैंड माइंस विस्फोट कर सब इंस्पेक्टर रविकांत सिन्हा समेत 11 जवानों को मौत के घाट उतार दिया था। नक्सली ¨हसा में मारे गए सब इंसपेक्टर रविकांत सिन्हा 94 बैच के दारोगा थे। इस मामले में राजेंद्र सिंह मुंडा उर्फ गुडरू नामजद आरोपी था।

 

विस्फोटक छुपा रखा था नक्सलियों ने

एसएसपी ने बताया कि दलमा के तराई क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा छुपा कर रखे गए विस्फोटक को पुलिस बल ने 13 अगस्त 17 को भारी मात्रा में बरामद किया था। इस मामले में राजेंद्र सिंह मुंडा भी शामिल था। 17 सितंबर 2014 को चेकाम में बारूदी सुरंग विस्फोट एवं मुठभेड़ में कोबरा बटालियन के जवान की मौत हो गई थी। मुठभेड़ में राजेंद्र सिंह मुंडा भी शामिल था।

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