दैनिक जागरण आई नेक्स्ट एक्सक्लूसिव
- जीटीरोड साइड पर तीन बंगलों को तोड़कर होना है सुपरस्पेशिएलिटी कॉम्प्लेक्स का निर्माण, ध्वस्तीकरण की फाइल शासन के पास अटकी
- निर्माण एजेंसी ने की स्वाइल टेस्टिंग, हाईट्स को मिला है कंस्ट्रक्शन का ठेका
KANPUR: प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में ख्00 करोड़ की लागत से बनने वाला सुपरस्पेशिएलिटी कॉम्प्लेक्स का काम जमीन नहीं मिलने की वजह से रुक गया है। दरअसल, हैलट हॉस्पिटल के पास जिस जगह तीन बंगलों को तोड़कर इस कॉम्प्लेक्स का निर्माण होना है। उन बंगलों के ध्वस्तीकरण का प्रस्ताव शासन में लंबित पड़ा है। इसके लिए खुद औद्योगिक विकास मंत्री भी पहल कर चुके हैं, लेकिन ध्वस्तीकरण की अनुमति नहीं मिली। जिसकी वजह से कॉम्प्लेक्स का निर्माण शुरू ही नहीं हो पा रहा है। केंद्र सरकार की एचएलएल इंफ्रा टेक सर्विसेस के पास इस मल्टीस्टोरी कॉम्प्लेक्स के निर्माण का ठेका है।
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ये डिपार्टमेंट बनने हैं-
यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, गैस्ट्रिक सर्जरी, इंडोक्राइनोलॉजी, आर्थोपेडिक आर्थोप्लास्टी, पेन पेलियेटिव मैनेजमेंट, फिजिकल एंड मेडिशनल रिहैब्लिटेशन, पीडियाट्रिक सर्जरी और न्यूरो रेडियोलॉजी
प्रोजेक्ट पर एक नजर-
- ख्00 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट
- क्म्0 करोड़ केंद्र और ब्0 करोड़ रुपए राज्य सरकार देगी
- ग्राउंड प्लस भ् फ्लोर की बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स का होगा निर्माण
- ग्राउंड फ्लोर पर सुपरस्पेशिएलिटी ओपीडी चलेगी
- बाकी भ् फ्लोर पर डिपार्टमेंट, वार्ड, ओटी, आईसीयू का होगा निर्माण
- हैलट हॉस्पिटल में जीटीरोड साइड पर स्थित सीएमओ आवास समेत फ् बंगलों को तोड़कर होना है निर्माण
- हाइट्स ने ख्0क्9 में पूरी बिल्डिंग तैयार करने को कहा
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शासन के पास अटक गया प्रस्ताव
इस प्रोजेक्ट का नक्शा व डीपीआर बन चुकी है। कार्यदायी संस्था भी नामित हो चुकी है। केंद्र सरकार की कंपनी हाईट्स यानी एचएलएल इंफ्रा टेक सर्विसेस कॉम्प्लेक्स का निर्माण करेगी। अक्टूबर में मेडिकल कॉलेज अधिकारियों व कंपनी के बीच बैठक में जगह भी फाइनल हो गई थी। जिसकी स्वाइल टेस्टिंग भी कर ली गई। कॉलेज प्रशासन की ओर से तीन बंगले ढहाने का प्रस्ताव शासन की सहमति के लिए अक्टूबर में ही भेज दिया गया था। पिछले दिनों ब्लड बैंक बिल्डिंग का उदघाटन करने पहुंचे औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बंगलों के ध्वस्तीकरण के प्रस्ताव को जल्द ही कैबिनेट से मंजूरी दिलाने का आश्वासन दिया था। हालांकि इस दौरान दो बार कैबिनेट की बैठक भी हो गई, लेकिन ध्वस्तीकरण के प्रस्ताव को सहमति नहीं मिली।
एक साल में निर्माण पूरा होगा
एचएलएल इंफ्रा टेक सर्विसेस की तरफ से मल्टी सुपरस्पेशिएलिटी कॉम्प्लेक्स बनाने में एक साल का समय लेने की बात कही गई है। कंपनी इस बिल्डिंग के सभी काम करेगी। मसलन, ढांचा खड़ा करने के अलावा उसकी फिनिशिंग, इलेक्ट्रिकल वर्क, सीवेज वर्क इत्यादि ऐसे में कंपनी के इंजीनियर इस कॉम्प्लेक्स को पूरा करने के लिए एक साल का समय मांग रहे हैं। जोकि कंपनी के पिछले इतिहास के अनुरूप ही बताया गया है।
वर्जन-
सुपरस्पेशिएलिटी ब्लॉक के लिए बंगलों के ध्वस्तीकरण का प्रस्ताव शासन के पास है। कैबिनेट की मंजूरी से ही यह बंगले तोड़े जाएंगे। शासन स्तर पर कई बार बात की है। जल्द ही अनुमति मिल सकती है।
- डॉ। आरसी गुप्ता, सुप्रीटेंडेंट इंचार्ज,एलएलआर एंड एसोसिएटेड हॉस्पिटल