RANCHI : मैट्रिक और इंटरमीडिएट के सप्लीमेंटरी एग्जाम में पास होनेपर स्टूडेंट्स जितना खुश हैं, उससे कहीं ज्यादा परेशान हैं। इसकी वजह भी जायज है, क्योंकि किसी भी कॉलेज में इस सेशन में उनका एडमिशन नहीं हो पाएगा। जैक ने सप्लीमेंटरी रिजल्ट सितंबर के पहले वीक में घोषित किए हैं, जबकि अधिकांश कॉलेजों में अगस्त में ही एडमिशन प्रॉसेस बंद हो चुका है।

कॉलेजेज में नो वैकेंसी

जैक के मैट्रिक व इंटर के सप्लीमेंटरी एग्जाम में पास होनेवाले हजारों स्टूडेंट्स इन दिनों एडमिशन के लिए एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज की दौड़ लगा रहे हैं, पर हर कॉलेज में इंटर व ग्रेजुएशन में सीट्स खाली नहीं होने की वजह से वे निराश होकर लौट जाते हैं। स्टूडेंट सौरभ ने बताया-मारवाड़ी कॉलेज में बीए आनर्स में एडमिशन लेने के लिए गया था, लेकिन वहां सीट खाली नहीं होने की बात कह दी गई। इसके बाद कई और कॉलेजेज में एडमिशन के लिए प्रयास किया, पर निराशा हाथ लगी। यह सिर्फ मेरे साथ नहीं, बल्कि उन हजारों स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है, जो सप्लीमेंटरी एग्जाम में पास हुए हैं।

इंटर, ग्रेजुएशन में एडमिशन नहीं

गौरतलब है इस साल मैट्रिक के सप्लीमेंटरी एग्जाम में 98फ्0 और इंटर में क्7म्म्फ् स्टूडेंट्स पास हुए हैं। रिजल्ट निकलने के बाद से ये स्टूडेंट्स इंटर व ग्रेजुएशन में एडमिशन के लिए कॉलेजेज की दौड़ लगा रहे हैं। अगर किसी कॉलेज में एडमिशन का मौका मिल भी रहा है तो वह पास कोर्स के लिए। ऑनर्स की सीट्स अगस्त में ही भर चुकी हैं। ऐसे में सप्लीमेंटरी एग्जाम में पास होनेवाले स्टूडेंट्स को उनकी च्वाइस के सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन करने का मौका नहीं मिल पा रहा है।

रिटायर्ड टीचर्स ने मांगा बकाया

एचआरडी मिनिस्टर गीताश्री उरांव ने कहा है कि रिटायर्ड टीचर्स की डिमांड के लिए वित्त विाग से बात करूंगी, जिससे समस्याओं का निराकरण हो सके। मंत्री मंगलवार को रिटायर्ड टीचर्स के प्रतिनिधिमंडल से प्रोजेक्ट बिल्डिंग में बात कर रही थीं। रिटायर्ड टीचर्स ने एजुकेशन मिनिस्टर को बताया कि छठे वेतनमान के पेंशन के अंतर की राशि का भुगतान ख्00म् से नहीं किया जा रहा है, जो रेगुलेशन के ािलाफ है। जबकि बीएयू के रिटायर्ड टीचर्स को ख्00म् से छठे वेतनमान का ला मिल रहा है।

वेलफेयर फंड की भी मांग

रिटायर्ड टीचर्स की अन्य डिमांड में एरियर राशि का एकमुश्त ाुगतान, क्भ् करोड़ रुपए का रिटायर्ड टीचर्स के लिए वेलफेयर फंड की स्थापना शामिल है। एचआरडी की सचिव आराधना पटनायक को ाी टीचर्स से अपनी समस्याओं की जानकारी दी। सचिव ने समुचित कारवाई का आश्वासन दिया। इस मौके पर मुय रूप से डॉ। बबन चौबे, डॉ। एमपी शर्मा और डॉ वीएस गिरि सहित कई लोग मौजूद थे।