-मेंटीनेंस वर्क को लेकर तीन बिजली घरों की सप्लाई बंद

-सप्लाई बंद होने से गर्मी से परेशान शहरवासी

मेरठ। बिजली कटौती ने शहरवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रोजाना 5 से 6 घंटे की बिजली कटौती की जा रही है। ऐसा तो तब है जब शासन ने शहर को 24 घंटे पावर सप्लाई मुहैया कराए जाने के सख्त आदेश दे रखे हैं।

बाधा बने मेंटीनेंस कार्य

शहर में बिजली कटौती का सबसे बड़ा कारण खुद विभाग ही बना है। पीवीवीएनएल की ओर से शहर स्थित बिजली घरों में मेंटीनेंस वर्क कराए जा रहे हैं। मेंटीनेंस वर्क के लिए लगभग कई मोहल्लों और कॉलोनियों में बिजली गुल रही।

ये बिजली घर रहे बंद

विकासपुरी, लिसाड़ी गेट व लिसाड़ी रोड बिजली घर।

यहां रही बिजली गुल

विकास पुरी, प्रहलादनगर, रामनगर, गोला कुआं, अहमद नगर, कांच का पुल, श्यामनगर, भूमिया पुल, लिसाड़ी रोड आदि।

समय से पूरा नहीं हुआ होमवर्क

बिजली घरों पर लाइन मेंटीनेंस और स्ट्रेथनिंग के जो काम एक जनवरी तक पूरे हो जाने चाहिए थे। वो मार्च के अंत तक भी पूरे नहीं हो पाए हैं। विभाग का कहना है कि सर्दियों में मेंटीनेंस के काम बाधित होता है। जिसके चलते कार्यो में कुछ रुकावट आई है।

फैक्ट एंड फीगर

-56 लाख उपभोक्ता पश्चिमांचल में

- 6.95 लाख उपभोक्ता है कुल जनपद में

- 33 केवी बिजलीघर पश्चिमांचल में तकरीबन 4900

- 47 हैं 33 केवी के बिजलीघर मेरठ शहर में

- 7500 मेगावाट है पश्चिमांचल में अधिकतम बिजली मांग

- 1500 मेगावाट है मांग व उपलब्धता के बीच अंतर

-650 मेगावाट मेरठ शहर की बिजली की अधिकतम मांग -

औसतन बिजली आपूर्ति

-ग्रामीण 10 से 14 घंटा

-शहर 20 से 24 घंटा

-पश्चिमांचल से वार्षिक राजस्व वसूली - 12,500 करोड़

-मेरठ शहर से वार्षिक राजस्व वसूली - 950 करोड़

-बिजली के दामों में वृद्धि लगभग - 25 फीसदी

इस साल बने नये बिजलीघर

-33 केवी 123 चालू, 139 निर्माणाधीन

-132 केवी 2 शुरू, 12 निर्माणाधीन

-220 केवी 3 निर्माणाधीन

-400 केवी एक बिजलीघर का निर्माण जारी

ये हुए मेंटीनेंस वर्क

-पुराने खंभे बदलना

-लाइन मेंटीनेंस वर्क

-ट्रांसफॉमर्स की क्षमता वृद्धि

-ट्रांसमिशन संबंधी कार्य

24 घंटे नहीं मिल रही बिजली

एक नवंबर को शासन ने शहर को 24 घंटे और देहात को 16 घंटे पावर सप्लाई के आदेश दिए थे। शहर को निर्बाध विद्युत आपूर्ति मुहैया कराई जानी थी। विभाग के मेंटीनेंस कार्यो के चलते शहरवासियों को पावर सप्लाई का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

वर्जन

-लाइन मेंटीनेंस के नाम पर कई-कई घंटो की कटौती की जा रही है। ऊपर से गर्मी का पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। बिजली जाने से संकट है।

-शिमला शर्मा, रामनगर

-शहर को 24 घंटे पावर सप्लाई नहीं मिल पा रही है। शासन के आदेश बेमानी साबित हो रहे हैं।

-अंकुश खारी, गोला कुआं

-मेंटीनेंस वर्क गर्मियों से पहले ही निपटाए जाने चाहिए थे। बिजली कटौती के बीच 24 घंटे सप्लाई का क्या मतलब है।

-गरिमा शर्मा, विकासपुरी

-बिजली घरों पर काम के दौरान विभाग को क्षेत्र के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए। इसके लिए जनता जिम्मेदार नहीं है।

-धर्मेन्द्र कुमार, प्रहलादनगर

गर्मियों की तैयारियों के लिए ही मेंटीनेंस काम पूरे किए जा रहे हैं। माह के अंत तक लगभग सभी काम पूर्ण कर लिए जाएंगे। सर्दियों में कामों में शिथिलता आई थी।

-आरके राणा, एसई अर्बन पीवीवीएनएल

आज यहां रहेगी बिजली गुल

सिविल लाइन, लेडीज पार्क, कचहरी, जागृति विहार, विश्वविद्यालय, रंगोली, नौचंदी, जिला अस्पताल, और मेडिकल कॉलेज।

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हेडिंग- डेडीकेडेट फीडर के बावजूद कटौती

मेरठ। औद्योगिक क्षेत्र को डेडीकेटेड की श्रेणी में रखकर 24 घंटे सप्लाई के निर्देश हैं। लेकिन हालात कुछ अलग है इससे उद्यमियों में इस बात की खासी नाराजगी है। उनका कहना है कि डेडीकेटेड फीडर के बाद भी मेंटीनेंस के नाम पर रोजाना कई घंटों की कटौती औद्योगिक क्षेत्रों में हो रही है।

वर्जन

पिछले दिनों की मोहकमपुर औद्योगिक क्षेत्र में बिजली विभाग ने मेंटीनेंस का काम किया, अब फिर मेंटीनेंस के नाम पर कटौती। डेडीकेटेड फीडर के नाम पर हमें बढ़ी दरों पर बिजली मिल रही है और कटौती झेल रहे हैं सो अलग।

अनुराग अग्रवाल, सचिव, आईआईए

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मेंटीनेंस के नाम हो रही कटौती गंभीर विषय है। कई बार शिकायत की बाद इसके सुनवाई नहीं हो रही है।

अशोक एन मल्होत्रा, आईआईए

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बढ़ी क्षमता के ट्रांसफार्मर लगा दिए गए हैं। तार बदल गए, एबीसी कंडक्टर काम कर रहे हैं। अब किस बात का मेंटीनेंस। असल में पीवीवीएनएल मेंटीनेंस के नाम पर कटौती कर रही है। मेंटीनेंस की प्रॉपर इनफार्मेशन के साथ डिटेल डिक्लेयर करनी चाहिए।

इं। विनीत कुमार, आईआईए