डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मिनिमम सर्जरी का आंकड़ा छूने से भी दूर सर्जन

एक महीना तो दूर, 6 महीने में 50 मेजर सर्जरी करने में पीछे कई सर्जन

BAREILLY: दुर्घटना और जरूरी केसेज में मरीजों के ऑपरेशन समय पर और मामूली खर्च पर हो इसके लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल्स में लोगों के मुफ्त लेकिन कारगर इलाज व दवाओं की व्यवस्था है, जिससे महंगे निजी हॉस्पिटल की ओर गरीबों को मुंह न ताकना पड़े। हालांकि इसके चलते सरकारी हॉस्पिटल्स पर मरीजों का बड़ा दबाव है, लेकिन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ऑपरेशन की जरूरत वाले मरीजों की जबरदस्त भीड़ जुटने के बावजूद सर्जन उन्हें राहत देने में पीछे हैं। महीने में भ्0 ऑपरेशन का जिम्मा होने के बावजूद सर्जन अपने खाते में बमुश्किल इक्का दुक्का सर्जरी कर सरकारी सैलरी का मजा ले रहे हैं।

भ्0 सर्जरी का है नियम

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल्स में रोजाना ओपीडी व इमरजेंसी वॉर्ड में आने वाले नए मरीजों की तादाद क्ब्00 से क्800 तक रहती है। इनमें जनरल, ऑर्थोपेडिक व आई सर्जरी के केसेज भी काफी होते हैं। वहीं बर्न केसेज का अंाकड़ा अलग है.जबकि हॉस्पिटल में ईएनटी एक्सपर्ट को छोड़ कुल क्0 सर्जन हैं। सीएमएस डॉ। आरसी डिमरी के मुताबिक ऐसे में हर सर्जन पर मेजर-माइनर ऑपरेशन सहित हर महीने भ्0 सर्जरी करने का जिम्मा है। केसेज कम आने की स्थिति में यह जरूरी नहीं, लेकिन केसेज होने पर कम से कम इस अंाकड़े को छूना जरूरी है, जो कि नहीं हो रहा।

एक महीने में सिर्फ क् ऑपरेशन

नियम और हॉस्पिटल के निजाम भले ही एक महीने में सर्जन के भ्0 सर्जरी करने की बात कहें, लेकिन असलियत इससे दूर है। हॉस्पिटल में जुलाई महीने में हुए कुल ऑपरेशन में चर्चित ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ। टीएस आर्या का योगदान महज क् मेजर ऑपरेशन का है। डॉ। आर्या ने इस महीने क् ही माइनर ऑपरेशन भी किया। वहीं एक और ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ। शिवदत्ता ने जुलाई में सिर्फ फ् ऑपरेशन ही किए। इसी तरह सर्जन परफॉर्मेस रिपोर्ट के मुताबिक जून में आई सर्जन डॉ। हर्षवर्धन ने कुल 9 और आई सर्जन डॉ। संजय कुमार ने सिर्फ भ् ऑपरेशन ही करने की जहमत उठाई।

म् महीने में न कर सके भ्0 सर्जरी

हॉस्पिटल के जनवरी से जून ख्0क्ब् तक के सर्जन परफॉर्मेस रिपोर्ट पर गौर करें तो कई सर्जन मेजर ऑपरेशन करने के मामले में ही भ्0 का आंकड़ा पूरा करने में फिसड्डी नजर आते हैं। पिछले म् महीने में डॉ। टीएस आर्या ने ब्भ्, डॉ। शिवदत्ता ने ब्9 और ईएनटी डॉ। सुधीर यादव ने फ्ब् मेजर ऑपरेशन किए। वहीं डॉ। संजय सक्सेना ने भ्म् और डॉ। केएस गुप्ता ने भ्9 मेजर ऑपरेशन कर किसी तरह बड़ी सर्जरी की हाफ सेंचुरी पूरी की। वहीं डॉ। एमपी सिंह के 8फ् और डॉ। संजय कुमार के 9फ् मेजर ऑपरेशन भी म् महीने के हिसाब से बेहतर रिकॉर्ड नहीं कह जा सकते।

लेकिन इन्होंने बनाई नजीर

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में सर्जन की सर्जरी का रिकॉर्ड भले ही मरीज से लेकर आला अफसरान को परेशान करें, लेकिन सभी सर्जन जिम्मेदारी निभाने में इतने फिसड्डी नहीं। कुछ सर्जन जिम्मेदारी और आंकड़ों दोनों में बाकियों के लिए नजीर हैं। इनमें सबसे बेहतर रिकार्ड जनरल सर्जन डॉ। एके अग्रवाल और डॉ। एके गुप्ता का है। डॉ। एके अग्रवाल ने जनवरी से जून तक जहां कुल फ्8क् मेजर ऑपरेशन किए। वहीं एके गुप्ता ने इस दौरान ख्8भ् मेजर सर्जरी की। जबकि सबसे बेहतर रिकॉर्ड बनाने का कारनामा आई सर्जन डॉ। एके गौतम का रहा जिन्होंने साल की पहली छमाही में कुल 88भ् बड़े ऑपरेशन किए।

-हॉस्पिटल में हर सर्जन को महीने में कम से कम भ्0 ऑपरेशन पूरे करने होते हैं। अगर केसेज कम हो तो बात अलग है। लेकिन मरीजों की इतनी भीड़ जुटती है कि इतने ऑपरेशन की जरूरत होती है। लेकिन कई सर्जन ऐसा नहीं कर रहे हैं।

- डॉ। आरसी डिमरी, सीएमएस