PATNA: कानुपर रेल हादसे में अपराधियों के साथ खुद की संलिप्तता बताकर मोतीलाल पासवान ने मोतिहारी से पूरे देश की खुफिया एजेंसियों को हिला दिया है। लेकिन जांच में उसकी हर बात बेदम साबित हो रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश एटीएस के साथ अन्य खुफिया एजेंसियां मोती और उसके अन्य साथियों के मोबाइल से राज उगलवाने में लगी है। मोती के साथ अन्य बदमाशों का नंबर सर्विलांस पर लेकर पूरा डाटा जुटाने का काम किया जा रहा है।

- मोती के बयान से सुरक्षा एजेंसी चौकन्नी

मोतीलाल पासवान के झूठे बयान को लेकर भी पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं। मोती ने प्रेशर कुकर से विस्फोट की बात कही थी जो फोरेंसिक जांच में गलत पाई गई। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि मोती ने झूठ क्यों बोला? उसके झूठ के पीछे भी कोई राज छिपा हो सकता है। अगर वह कानपुर रेल हादसे का नाम लिया है तो कहीं न कहीं से कोई जुड़ाव जरूर होगा और ऐसा नहीं है तो उसने पुलिस को भरमाने का काम किया है।

- भारत नेपाल सीमा की बढ़ी संवेदनशीलता

मोतीहारी में मोतीलाल के बयान ने एक बार फिर भारत नेपाल सीमा की संवेदनशीलता बढ़ा दी है। मोती के मुताबिक कानपुर के पुखराया में रेलवे ट्रैक को प्रेशर कुकर बम से उड़ाया था और उसके गैंग को लीड करने वाला ब्रजकिशोर गिरी काठमांडू के एक हास्पिटल में भर्ती है। ये बयान भारत और नेपाल को जोड़ते हुए बड़ा खुलासा करने वाला था। ऐसे में देश से लगने वाली साढ़े क्7 सौ किमी नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है।

क्या कहती हैं सुरक्षा एजेंसियां

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि मोती के बयान के बाद हर तरह से पड़ताल की जा रही है। वह कब कहां था इसका पता मोबाइल सर्विलांस से लगाया जा रहा है। बिहार का कनेक्शन नेपाल पुलिस के साथ मिलकर तलाशा जा रहा है। नेपाल में बंद उसके साथ ब्रजकिशोर गिरि से केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से पूछताछ का प्रयास किया जा रहा है। मोती द्वारा बताए गए साथियों का पता लगाने के लिए टॉवर लोकेशन का इस्तेमाल किया जा रहा है। फोन डिटेल से उनकी लोकेशन व अन्य जानकारी लेने का प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि टूटी हुई पटरियों को कब्जे में लिया गया है उसे भी जांच के लिए भेजा जा सकता है।

मोती के हर बयान की पड़ताल जारी है। सर्विलांस के सहारे उसका और उसके साथियों के लोकेशन का पता लगाया जा रहा है। नेपाल पुलिस के सहयोग से भी मोती और उसके साथियों के बारे में पता लगाया जा रहा है।

- असीम अरुण, आईजी यूपी एटीएस

पुलिस जांच पड़ताल में लगी है। मोती से मिली जानकारी के आधार पर नेपाल और अन्य अपराधिक नेटवर्क को खंगालने का काम किया जा रहा है।

- जितेंद्र राणा, एसपी मोतिहारी