-छोटे मियां हाता का रहने वाला है पठानकोट में पकड़ा गया संदिग्ध

-घरवालों ने उसके मानसिक विक्षिप्त होने का दावा किया

-आला अफसरों के बुलाने पर परिजन पठानकोट के लिए रवाना हुए

KANPUR : पठानकोट में एयरबेस के पास से पकड़े गए शहर के संदिग्ध के घर पर शुक्रवार को एसटीएफ, एटीएस समेत अन्य जांच एजेंसियों ने डेरा जमा दिया और परिजनों से पूछताछ की। शुरुआती पूछताछ में पता चला कि वो मानसिक विक्षिप्त है और दो दिन पहले ही लापता हो गया था। परिजनों ने उसके किसी भी संदिग्ध गतिविधि में शामिल न होने का दावा किया है। उनका तो कहना है कि वो भटकते हुए वहां पहुंच गया। आला अफसरों ने उसके परिवार को पूछताछ के लिए वहां पर बुलाया है। उन्होंने साथ में उसकी बीमारी के पर्चे समेत अन्य कागजात लाने के लिए कहा है। देर शाम को वे सारे कागजात लेकर वहां के लिए रवाना हो गए।

एयरबेस के पास पकड़ा गया

पठानकोट में गुरुवार की शाम को सेना ने एयरबेस के पास से संदिग्ध परिस्थिति में टहल रहे शाकिर अली को हिरासत में लिया था। उसने पूछताछ में खुद को कानपुर का रहने वाला बताया था। उसने पहले खुद को कोतवाली थानाक्षेत्र और फिर मोतीझील निवासी बताया। उससे अन्य जांच एजेंसी ने भी पूछताछ की। जांच एजेंसी ने उसके बयान की पुष्टि करने के लिए देर शाम को कानपुर पुलिस से संपर्क किया तो पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में कोतवाली, कर्नलगंज और बजरिया पुलिस ने शाकिर अली का घर ढूंढकर उसकी व पूरे परिवार की कुंडली निकाल ली। पुलिस ने सेना को शाकिर के कानपुर में रहने की पुष्टि करते हुए बताया कि उसके पिता खुर्शीद की मौत हो चुकी है। उसके परिवार में मां नूरजहां और तीन भाई हैं। वो भाइयों में सबसे छोटा है। वो कर्नलगंज में मामा सलीम के पास रहता है।

भटकते हुए पहुंच गया पठानकोट

परिजनों के मुताबिक शाकिर बुक बाइंडिंग का काम करता था। पांच साल पहले उसकी अचानक तबियत खराब हो गई। जिससे उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया। उसके बाद से वो ठीक नहीं हो पाया। परिजनों का कहना है कि उसका डॉ। शशांक माथुर इलाज कर रहे हैं। एसटीएफ और आईबी ने परिवार की आला अफसरों से भी बात करवाई। परिजनों ने आशंका जताई है कि वो भटकते हुए पठानकोट पहुंच गया है। जिसे सुनने के बाद आला अफसरों ने परिवार के लोगों को पूछताछ के लिए बुला लिया है। देर शाम को परिजन उसके इलाज के पर्चे समेत अन्य कागजात लेकर पठानकोट के लिए रवाना हो गए।