-जेएल रोहतगी आई हॉस्पिटल के हॉस्टल में ऑफ्थोमैलॉजी छात्रा की संदिग्ध परिस्थिति में मौत

-साथी छात्राओं ने होली के दौरान मौत का दावा किया, परिस्थितियां कर रहीं अनहोनी का इशारा

- घटना के समय हॉस्टल में न वार्डन थी न ही कोई सिक्योरिटी गार्ड, सवालों के घेरे में मौत

KANPUR : काकादेव में मंडे को जेएल रोहतगी आई हॉस्पिटल के हॉस्टल में संदिग्ध परिस्थिति में छात्रा की मौत हो गई। साथी छात्राओं ने होली खेलने के दौरान उसकी मौत होने का दावा किया है, जबकि परिस्थितियों से उसके साथ अनहोनी का इशारा हो रहा है। इधर, परिजनों को उसकी मौत का पता चला तो घर में कोहराम मच गया। परिजनों ने भी उसके साथ अनहोनी होने का शक जताया है, जिसके आधार पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजकर जांच शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट से सच्चाई का पता चलेगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

10 मिनट में मौत की सूचना

फतेहपुर के खागा में रहने वाले मोती लाल साहू दवा कारोबारी हैं। उनके परिवार में पत्नी मंजू, बेटी सेजल (21) और बेटा अंकित थे। जिसमें सेजल जेएल रोहतगी आई हॉस्पिटल से ऑफ्थोमैलॉजी का कोर्स कर रही थी। वो यहां पर हॉस्पिटल कैम्पस स्थित हॉस्टल के रूम नम्बर 16 पर एक साथी छात्रा के साथ रहती थी। सोमवार की दोपहर एक छात्रा ने सेजल के मोबाइल से उसके परिजनों को जानकारी दी कि सेजल की तबियत खराब है और वो बेहोश हो गई है। जिसे सुनकर परिजनों के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में सेजल के भाई ने एक दोस्त को हॉस्टल भेज दिया। इधर, करीब दस मिनट बाद सेजल के मोबाइल से परिजनों को दोबारा फोन आया कि उसकी मौत हो गई। जिसे सुनकर उनके होश उड़ गए। परिजन रिश्तेदारों समेत हॉस्पिटल पहुंचे तो स्ट्रेचर में उसकी लाश पड़ी थी, जिसे देख परिजन बेसुध हो गए।

कपड़े बदलकर हॉस्िपटल ले गए

इधर, परिजनों ने सेजल की साथी छात्राओं से बात की तो उन्होंने बताया कि वे आपस में होली खेल रहे थे कि अचानक फर्श में पानी पड़ा होने से सेजल गिरकर बेहोश हो गई। पहले उन लोगों ने चेहरे में पानी की छींटे मारकर उसको होश में लाने की कोशिश की, लेकिन जब सेजल को होश नहीं आया तो वे सेजल के कपड़े बदलकर उसको हॉस्पिटल ले गए। जहां डॉक्टर्स ने उसको मृत घोषित कर दिया।

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साथी छात्राओं की सफाई

सेजल की रूम पार्टनर समेत अन्य छात्राओं ने अपनी सफाई भी पेश की है। उनके मुताबिक उन लोगों को होली की छुट्टी नहीं मिलती है। साथ ही अगले कुछ दिनों में हॉस्पिटल में कैम्प लगने जा रहा है। इसलिए उन लोगों ने पहले होली खेल ली। साथ ही उनका कहना है कि जब सेजल बेहोश हुई तो उसके कपड़े गीले थे और चेहरे में गुलाल लगा था। इस स्थिति में वे सेजल को हॉस्पिटल ले जाने में असहज महसूस कर रही थीं। इसलिए वे सेजल के कपड़े चेंज कर उसे हॉस्पिटल ले गए।

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हॉस्टल में नहीं था गार्ड

ग‌र्ल्स हॉस्टल में सुरक्षा के लिए गार्ड और वार्डन रहना चाहिए, लेकिन घटना समय वहां पर न तो गार्ड था और न ही वार्डन। जब हॉस्पिटल संचालकों को घटना के बारे में पता चला तो आनन-फानन में एक गार्ड को मौके पर भेजा गया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्टर ने जब गार्ड से इस संबंध में सवाल किया तो वो गोल-मोल जबाव देने लगा। उसने पहले कहा कि गार्ड की ड्यूटी चेंज हो गई। जब उससे पहले वाले गार्ड के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि वो छुट्टी पर है। उसे तो अभी भेजा गया है।

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सवाल जो अनहोनी की आशंका जता रहे

सेजल की साथी छात्राओं ने भले ही उसकी होली खेलने के दौरान मौत का दावा किया है, लेकिन परिस्थितियों से उसके साथ अनहोनी का इशारा हो रहा है।

-जब स्कूल और हॉस्टल में जिस दिन से होली की छुट्टी होती है। उस दिन होली खेली जाती है फिर हॉस्टल में इतनी जल्दी क्यों होली खेली जा रही थी?

-सेजल के रूम के बाहर फर्श पर गिरने से मौत का दावा किया गया है, लेकिन सेजल के सिर समेत किसी भी बाहरी हिस्से में न तो कोई चोट का निशान मिला है और न ही सेजल के चेहरे और हाथों में रंग लगा था। इससे उसके होली खेलने के दावे पर सवाल उठ रहा है।

-जहां पर सेजल गिरकर बेहोश हुई थी, वहां पर पानी भी नहीं मिला है। हालांकि वहां पर हरे रंग का गुलाल जरूर पड़ा था। -छात्राएं सेजल के कपड़े बदलकर उसको हॉस्पिटल ले गई थीं, आखिर कपड़े बदलने की जरूरत क्यों पड़ गई।

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घटना संदिग्ध है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारण का पता चलेगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-इंस्पेक्टर