-सेक्रेटरी, ब्लॉक प्रेरक, एडीओ पंचायत और बीडीओ का रोका वेतन

-7 मार्च तक एमआईएस फीडिंग पूरी नहीं हुई तो होगी सस्पेंशन की कार्रवाई

BAREILLY: स्वच्छता मिशन की धीमी रफ्तार पर डीएम सुरेंद्र सिंह ने नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है। यही नहीं उन्होंने 100 परसेंट शौचालयों निर्माण की एमआईएस फीडिंग पूरा न होने तक पंचायत सेक्रेटरी, ब्लॉक प्रेरक, एडीओ पंचायत और बीडीओ के वेतन पर रोक लगा दी। थर्सडे को डीएम ने कलेक्ट्रेट में स्वच्छता मिशन और पंचायती राज के विभिन्न कार्यो की समीक्षा की। डीएम ने 2 मार्च को दोबारा अधिकारियों की पूरी तैयारी के साथ मीटिंग बुलाई है।

15 परसेंट खाते सही नहीं

डीएम ने मीटिंग में साफ कहा कि 7 मार्च के बाद भी एमआईएस पूर्ण होने पर अधिकारियों के निलंबन की कार्रवाई की जाए। मीटिंग में सामने आया कि शौचालय के लाभार्थियों को भेजी गई धनराशि में लगभग 15 परसेंट बैंक खाता नंबर सही नहीं है, जिससे धनराशि खातों में नहीं पहुंच सकी है। डीएम ने निर्देश दिया कि अब से लाभार्थी के खाता में एंट्री के लिए उसकी पासबुक और आधार की फोटोकॉपी लें और सही भरें। डीएम ने साफ कहा कि एक दो गलती होती तो मान लिया जाता, लेकिन ज्यादा गलती से साफ है कि लाभार्थी को परेशान करने के लिए जानबूझ कर ऐसा किया गया है। ऐसे में संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ई-टेक्निक का करें यूज

डीएम ने साफ कहा कि किसी भी लाभार्थी की पासबुक प्रधान और पंचायत सेक्रेटरी के पास नहीं होनी चाहिए। बैंक पासबुक खाताधारक के पास ही रहे। पंचायत सेक्रेटरी शौचालय के फोटो तुरंत अपलोड करें। लाभार्थी के खाते में उसका मोबाइल नंबर भी लगवाएं। डीएम ने मीटिंग में एनआईसी के प्रभारी कमल शर्मा को बुलाया और पंचायत कर्मियों को नई ई-टेक्निक की जानकारी देने के निर्देश दिए। पंचायत सेक्रेटरी, खण्ड प्रेरक, एडीओ पंचायत, बीडीओ, अपने ईमेल, गूगल सीट, व्हाट्सएप, आदि का यूज कर सूचना का आदान-प्रदान करें। वह खुद इसकी मॉनिटरिंग करें। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मिर्जापुर, कौशाम्बी, बिजनौर, वाराणसी में स्वच्छता मिशन में अच्छा कार्य हुआ है। यहां के कर्मचारी बिजनौर में विजिट करें और वहां से कुछ सीख लें। मीटिंग में सीडीओ शिव सहाय अवस्थी, व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।