स्वराज विकलांग सेवा समिति की ओर से किया गया सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन

ALLAHABAD: स्वराज विकलांग सेवा समिति की ओर से रविवार को राजर्षि टंडन सेवा केन्द्र में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि जस्टिस अरुण टंडन व डीएम सुहास एलवाई ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया। डीएम ने सभी जोड़ों को शुभकामना देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और यूरोप के हिमगिरि देश के कैरोली टेक्सेस की कहानी बताते हुए कहा कि उसने कैसे एक हाथ गंवाने के बावजूद बाएं हाथ से 1952 में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को अनुकंपा नहीं आत्मविश्वास दीजिए। भगवान सब को सब कुछ नहीं देता है। कुछ न कुछ कमी सब मे रहती है। उसी कमी को हथियार बनाकर अपना लक्ष्य हासिल करना चािहए।

बारह जोड़े विवाह बंधन में बंधे

समारोह में 12 जोड़े विवाह के बंधन में बंधे। पीएसी के बैंड बाजे व डीजे की धुन पर नाचते-गाते बारातियों के बीच दुल्हनों को बग्घी में बैठाकर समारोह स्थल तक लाया गया। समाजसेवी सुभाष राठी, कविता विजय यादव, रिनी येशु आदि ने दुल्हनों को तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। समारोह के दौरान सद्भाव की मिसाल भी दिखाई दी। जहां स्वामी श्री प्रकाश ने वैदिक रीति से विवाह सम्पन्न कराया वहीं एक मात्र मुस्लिम जोड़े का निकाह मौलवी रउद्दीन काजमी ने कराया। गांधी अकादमिक संस्थान के निदेशक ओम प्रकाश शुक्ला ने समिति के प्रयासों की सराहना की। संयोजन श्रीनारायण यादव का रहा।

विशिष्टजनों को किया गया सम्मानित

समारोह के दौरान दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य करने के लिए छह विशिष्ट जनों को सम्मानित किया गया। अतिथियों द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के अजीत विक्रम सिंह, जम्मू-कश्मीर के अब्दुल भट्ट, कोलकता के शमीम अहमद, संतोष यादव, कुलदीप यादव व नामचीन शायर इमरान प्रतापगढ़ी को श्रीफल, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।