सीएम की घोषणा के बावजूद नहीं मिला मुफ्त इलाज

- नये मरीजों को किसी भी अस्पताल में नहीं किया गया भर्ती

DEHRADUN : मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना बंद हो जाने के बाद सोमवार को भी मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि सीएम ने रविवार को घोषणा की थी कि जब तक किसी बीमा कंपनी से करार नहीं हो जाता, तब तक राज्य सरकार खुद कार्डधारी मरीजों के इलाज का खर्च उठायेगी, लेकिन सोमवार को भी किसी नये कार्डधारी मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया।

मरीज रहे परेशान

एमएसबीवाई के अचानक बंद किये जाने के बाद इस योजना के कार्डधारकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हर रोज बड़ी संख्या में कार्ड धारक मरीज सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में पहुंच रहे हैं, लेकिन इन मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा है। इससे मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

लिखित आदेश की प्रतीक्षा

हालांकि सीएम ने रविवार को सभी कार्डधारी मरीजों का सरकारी खर्च पर इलाज करने की घोषणा की थी और कहा था कि इस संबंध में सभी अस्पतालों को निर्देश दे दिये गये हैं। सीएम की घोषणा के बाद भी सोमवार को किसी अस्पताल में कार्डधारी मरीजों का मुफ्त इलाज नहीं किया गया। अस्पतालों का कहना है कि अभी तक इस मामले में लिखित आदेश नहीं मिले हैं।

सोमवार को भेजे आदेश

उधर स्वास्थ्य निदेशालय के सूत्रों के अनुसार रविवार को कुछ अस्पतालों तक लिखित आदेश नहीं पहुंचाए जा सके थे, लेकिन सोमवार को राज्यभर के सभी अस्पतालों को इस संबंध में सूचित करने के साथ ही किसी बीमा कंपनी के साथ समझौता होने तक सीएमओ को एमएसबीवाई के कार्डधारी मरीजों के इलाज की व्यवस्था करने के लिए अधिकृत कर दिया गया है।

बीमा कंपनी की तलाश

इस बीच शासन की ओर से एक बीमा कंपनी की तलाश की जा रही है, जो इस योजना को आगे बढ़ा सके। सूत्रों का कहना है कि कुछ कंपनियों के साथ प्रारम्भिक दौर की बातचीत शुरू हुई है, लेकिन किसी कंपनी के साथ बातचीत से लेकर समझौता होने तक की कार्यवाही में दो महीने से ज्यादा तक का समय लगने की संभावना है।

दून में भी नहीं पहुंचे आदेश

स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से बेशक सभी अस्पतालों को इस बारे में लिखित आदेश दे दिये जाने की बात कही जा रही हो, लेकिन सच्चाई ये है कि अब तक देहरादून के सीएमओ को भी लिखित आदेश नहीं मिले हैं।

सोमवार शाम तक लिखित आदेश नहीं मिला है। 9 नवम्बर से पहले अस्पतालों में भर्ती हुए मरीजों का इलाज किया जा रहा है। लिखित आदेश मिलने के बाद नये मरीजों को भी सुविधा मिलने लगेगी।

डॉ। वाईएस थपलियाल, सीएमओ