- अधूरी तैयारियों के साथ खेल मंत्री ने कर दिया स्विमिंग पूल का उद्घाटन

- 55 लाख की लागत से बनाया गया है पवेलियन ग्राउंड में स्विमिंग पूल

DEHRADUN: खेल विभाग द्वारा पवेलियन ग्राउंड में बनाए गए स्विमिंग पूल में बगैर कोच की पाठशाला चलेगी। विभाग ने भ्भ् लाख रुपए की लागत से बनाए गए इस स्विमिंग पूल की अधूरी तैयारियों के साथ खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल से उद्घाटन करवा दिया।

नेशनल गेम्स की मेजबानी का दावा

बात जब खेलों की हो तो उत्तराखंड सरकार व खेल विभाग ख्0क्8 में होने वाले फ्8वें नेशनल गेम्स की मेजबानी करने का दावा कर रहा है, लेकिन पिछले म् महीने में खेल विभाग इस स्विमिंग पूल के संचालन के लिए एक कोच नहीं ढूंड पाया है। अब सवाल यह उठता है कि यहां स्विमिंग सीखने कौन आयेगा। जब कोच ही नहीं है तो बड़े और बच्चों को ट्रेनिंग कौन देगा। विभागीय अधिकारियों की माने तो स्विमिंग करने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए उन्होंने लाइफ सेविंग गार्ड रखे हैं, लेकिन लाइफ सेविंग गार्ड और एक कोच में जमीन आसमान का अंतर है। लाइफ सेविंग गार्ड सिर्फ उन लोगों की मदद कर पाते हैं, जो स्विमिंग पूल मे डूब रहा हो, लेकिन वह किसी को स्विमिंग के बेसिक नहीं सिखा सकता है।

अक्टूबर तक ही होगा संचालन

खेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार सिर्फ म् महीने ही यह स्विमिंग पुल खुला रहेगा.क्भ् अप्रैल से क्भ् अक्टूबर तक ही यहां संचालन होगा। इसके अनुसार ही लाइफ सेविंग गार्ड और आने वाले कोच का अनुबंध तय किया जायेगा। वर्तमान में पूरा समय ऐसे ही निकल गया। इस सीजन में सिर्फ क्भ् अक्टूबर तक ही यह स्विमिंग पुल सीखने वाले लोगों के लिए खुला रहेगा।

इनके साथ हुआ अनुबंध

खेल विभाग ने पवेलियन ग्राउंड में नवनिर्मित स्विमिंग पुल में बतौर लाइफ सेवर गार्ड के तौर पर आगाज मैकडोनल और पीएस रावल के साथ अनुबंध किया है। पीएस रावल रिटायर आर्मी पर्सन हैं,जबकि मैनडोनल दून के एक निजी स्कूल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

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कोच के लिए आवेदन मांगे गए थे, लेकिन आवेदन नहीं मिले। स्विमिंग पुल में फिलहाल अनुबंध के तौर पर दो लाइफ सेवर गार्ड रखे गए हैं। अपै्रल से अक्टूबर तक तक ही इसका संचालन होगा। उद्घाटन के साथ ही इसके लिए एडमिशन शुरू हो गए हैं।

-एसके सार्की, सहायक निदेशक खेल व जिला खेल अधिकारी