- सुअर और घोड़ा फैला रहा स्वाइन फ्लू का वायरस

- पशुओं की जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग सुस्त

- बड़े खतरे का इंतजार कर रहा है स्वास्थ्य विभाग

DEHRADUN : स्वाइन फ्लू का वायरस सुअर में तेजी से ग्रोथ करता है। इस वैज्ञानिक तथ्य के बावजूद राजधानी में सुअर की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। हर गली मोहल्लों में स्वाइन फ्लू फैलने के लिए घूम रहे सुअरों की जांच नहीं की जा रही। शायद संबंधित विभाग स्वाइन फ्लू के और व्यापक रूप से फैलने का इंतजार कर रहा है।

सुअर और घोड़े हैं देन

दरअसल, स्वाइन फ्लू के जिला सर्विलांस ऑफिसर डॉ। मदन बोनाल ने बताया कि स्वाइन फ्लू वायरस एचक् एनक् की देन है। सामान्यत: क्ख् से क्8 डिग्री के तापमान पर यह वायरस तेजी के साथ ग्रोथ करता है, लेकिन यह अपनी ग्रोथ ख्भ्-फ्0 डिग्री तापमान तक भी जारी रख सकता है। सुअर और घोड़े के अलावा यह वायरस कुछ पक्षियों में तेजी से पनपता है। यही कारण है कि पशुपालक बेहद सतर्क हैं, खासकर सुअर और घोड़े के पालने वाले। लोगों को स्वाइन फ्लू के तेजी से ग्रोथ करने वाले इन पशुओं से दूर रहना चाहिए।

सिटी में घूम रहे सुअर

राजधानी की बात करें तो सिटी का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है जहां कूड़े के ढेर न लगे हों। यहीं पर सुअरों का दिन भर जमावड़ा लगा रहता है। बड़ी संख्या में लोग वहां से गुजरते हैं। ऐसे में यदि सुअर स्वाइन फ्लू से इंफेक्टेड हुए तो यह बीमारी आसानी से वहां से गुजरने वालों को अपना शिकार बना सकती है। इन्हीं लोगों के माध्यम से स्वाइन फ्लू का वायरस अन्य लोगों को अपना निशाना बना सकता है। बावजूद संबंधित विभाग इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है।

बाहर से आ रहा वायरस

डॉ। मदन बोनाल बताते हैं कि सुअर, घोड़े और कुछ पक्षियों में यह वायरस पनपता है, लेकिन स्टेट में अभी तक ऐसा नहीं पाया गया है। यहां पर जितने भी स्वाइन फ्लू के केसेज आ रहे हैं वे बाहरी लोगों की देन है, जो स्वाइन फ्लू से इंफेक्टेड होने के बाद राज्य में किसी काम से पहुंच रहे हैं या स्टेट के लोग किसी काम से दिल्ली सहित अन्य स्टेट में जा रहे हैं। वे वहां पर स्वाइन फ्लू से इंफेक्टेड लोगों के संपर्क में आकर अपने साथ इस वायरस को ला रहे हैं।

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मांस खाएं, लेकिन संभलकर

मार्केट में मटन, चिकन के साथ सुअर का मांस भी स्वाइन फ्लू का कारण बन सकता है। यह मानना है डॉक्टरों का। डॉक्टर मदन बोनाल बताते हैं बकरी, मुर्गे व सुअर का मांस का सेवन करने से पहले कुछ सावधानी जरूर बरतें। मांस को कच्चा खाने से बिल्कुल बचे। बेहतर है कि कम से एक उबाल आने तक मांस को पकाते रहे। ऐसा करने से यदि मांस स्वाइन फ्लू से इंफेक्टेड भी हुआ तो खतरा नहीं है।

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बढ़ रहे स्वाइन फ्लू के मामले

राज्य में स्वाइन फ्लू का कहर जारी है। दिनों-दिन स्वाइन फ्लू से सस्पेक्टेड मामले बढ़ते जा रहे हैं। थर्सडे को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्वाइन फ्लू से सस्पेक्टेड आठ लोगों के सैंपल दिल्ली भेजे गए, जिसमें तीन हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट, तीन वैश्य नर्सिग होम से व दो सीएमआई से भेजे गए। स्वाइन फ्लू के जिला सर्विलांस ऑफिसर डॉ। मदन बोनाल ने बताया कि शुरू से अभी तक क्फ्8 सैंपल भेजे जा चुके हैं। इसमें भ्म् की रिपोर्ट आ चुकी है, शेष 8ख् सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है।

'यह बात सही है कि सुअर में स्वाइन फ्लू का वायरस तेजी से बढ़ता है, लेकिन जिले में स्वाइन फ्लू के जितने भी केस आए हैं वे किसी काम से बाहर गए थे या फिर उन्होंने बाहरी लोगों से मुलाकात की। अभी तक जिले में पल रहे सुअर की वजह से स्वाइन फ्लू फैलने जैसी बात सामने नहीं आई है.'

-एसपी अग्रवाल, सीएमओ, देहरादून