- राजस्व की शिकायतों को निस्तारण में हुई परेशानी

- मांगों को लेकर लेखपालों ने उठायी आवाज

कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद कर रहे लेखपालों ने मंगलवार को तहसील दिवस का बहिष्कार कर दिया। इसके चलते सभी तहसील दिवसों में राजस्व संबंधी शिकायतों के निस्तारण में अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं शिकायत निस्तारण न हो पाने के कारण फरियादियों को मायूस लौटना पड़ा।

अधिकारी कर रहे उपेक्षा

सोरांव में तहसील दिवस का बहिष्कार करते हुए लेखपालों ने आरोप लगाया कि उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संघ के अध्यक्ष कृष्णा शंकर मिश्र ने कहा कि लेखपालों की वाजिब मांगों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस दौरान लेखपालों ने अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा।

चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा

उधर फूलपुर तहसील में धरना प्रदर्शन करते हुए लेखपालों ने चार सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। ज्ञापन में मुख्य रूप से प्रदेश के राजस्व लेखपालों का प्रारम्भिक वेतनमान, वाहन भत्ता ,स्टेशनरी भत्ता आदि देश के अन्य प्रांत के सामान किये जाने, प्रदेश में राजस्व निरीक्षक के क्फ्98 नये राजस्व पदों के सृजन किये जाने तथा पूर्व प्रस्तावित म्ब्म्पद रजिस्टार कानूनगो संशोधित नाम राजस्व निरीक्षक तहसील कार्यालय में बढ़ाने के साथ सीधी भर्ती हेतु निर्धारित ख्भ् प्रतिशत अनुपात को समाप्त कर राजस्व निरीक्षक के समस्त पदो पर शत प्रतिशत प्रोन्नति व्यवस्था लेखपाल संवर्ग से सुनिश्चित करने , प्रदेश लेखपाल संवर्ग से रिक्त लगभग आठ हजार पदों को अतिशीघ्र भरे जाने, लेखपालों की शैक्षिक योग्यता वर्तमान समय में इण्टर मीडिएट है जिसे स्नातक किये जाने तथा नियुक्त अधिकारी उपजिलाधिकारी के स्थान पर जिलाधिकारी को किया जाने की मांग शामिल रहीं।