दो दिन बढ़े पर शिल्पियों के चेहरे की उदासी फिर भी नहीं हुई कम

आगरा। ताज महोत्सव में मुक्ताकाशीय मंच पर कभी मुशायरा की बरसात हुई, तो कभी कव्वालियों की महफिल सजी। लोगों ने जमकर मुक्ताकाशीय मंच पर सभी कार्यक्रमों का लुफ्त उठाया। इस दौरान नूरजहां मंच पर स्कूली बच्चों ने अपनी सुर संगीत और नृत्य का समां बांध दिया।

दो दिन बढ़ने के बाद भी नहीं टूटी शिल्पियों की उदासी

शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच पर बुधवार रात मीर-ओ-गालिब कुल हिन्द मुशायरा का आयोजन हुआ। इसमें डॉ। वसीम बरेलवी, राहत इंदौरी, मुनव्वर राना, मंजर भोपाली आदि शायरों ने प्रस्तुति दी।

'आज नवरत्न आचार मिलता है'

बुधवार को होटल गंगारतन में पत्रकारों से बात करते हुए उर्दू के मशहूर मुनव्वर राणा ने कहा कि शहंशाह अकबर बहुत बुद्धिमान था, उसके पास नवरत्न थे। आज नवरत्न नहीं हैं, नवरत्न अचार आता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास अच्छा मशविरा देने वाले सलाहकार नहीं हैं। अगर होते तो वह सूट की नीलामी जैसी बात नहीं करते। गंगा सफाई के नेक अभियान को पैसा जुटाने को सूट बेचना तमाशा होकर रह गया। यह अच्छा नहीं लगा।

'यह सामने आ गया'

देश की राजनीति में पिछले नौ महीनों में आए बदलाव पर उन्होंने कहा कि शुरू में लगा एक बादशाह होगा तो अच्छे फैसले होंगे। शायद यह गलत फैसला जनता ने कर लिया। संसद में कम से कम 10 दलों के सांसद होने चाहिए। बातों ही बातों में उन्होंने दिल्ली में आम आदमी पार्टी की जीत को केजरीवाल का करिश्मा नहीं माना। उन्होंने कहा कि भाजपा यह समझती थी कि अमीर, गरीब सब उसके साथ हैं, मगर वह किसके साथ थे, यह सामने आ गया।

टिकट कम होनी चाहिए

दो दिन बढ़ने के बाद भी शिल्पियों के चेहरे पर उदासी ही छाई रही। शिल्पियों का कहना है कि टिकट दर अधिक होने से लोग कम आ रहे हैं। वहीं इस वक्त बोर्ड एग्जाम ने सबसे ज्यादा ताज महोत्सव को प्रभावित किया है। शिल्पियों की मानें तो अगर इस टिकट दर को 50 की जगह पर 20 रुपये रख दिया जाता तो यही भीड़ डबल होती और उनकी बिक्री भी डबल हो जाती।

आज के कार्यक्रम

मुक्ताकाशीय मंच पर

शाम पांच बजे- गायन- जावेद अली

कथक- प्रभा दुबे

सालसा- इंडिया प्रियंका धाकड़

शाम सात बजे- मोहिनी अट्टक समूह नृत्य- दीप्ति ओमचारी भल्ला

कथक - उमा डोगरा

रात आठ बजे- पा‌र्श्व गायन-ज्योति रमन अय्यर

सदर मुक्ताकाशीय मंच

शाम पांच बजे- गायन-अश्विनि शिरोमणि

तबला वादन- अशोक शर्मा

बैंड- गूंज द ईको बैंड

नृत्य- राज चित्तोरिया

गायन- भानु मिश्रा

रात्रि आठ बजे-कथक समूह- प्राच्य संगीत कला मंदिर

मोहिनी अट्टम एवं समूह नृत्य- जयप्रभा मेनन, दिल्ली

सूरसदन प्रेक्षागृह

शाम सात बजे-सात्विक वीणा-पं। सलिल भट्ट

रात्रि आठ बजे- नाटक लेडी विंडर मेयर्स-आगरा बुक क्लब

फैन-ऑस्कर वाइल्ड