- गोमती नगर स्थित विनयखंड स्टेडियम में लगा कैम्प

- अब तलवारबाजी में दमदार प्रदर्शन कर सकेंगे लखनऊ के खिलाड़ी

LUCKNOW:

तलवारबाजी की ट्रेनिंग लेने के लिए लोगों प्रदेश के खिलाडि़यों को किसी अन्य प्रदेश में जाने की जरूरत नहीं होगी। एक बार फिर से राजधानी में तलवारबाजी कैम्प शुरू हो गया है। ऐसे में एक बार फिर से राजधानी के खिलाड़ी तलवारबाजों को यहां पर प्रैक्टिस की सुविधा मिल सकेगी। ओलम्पिक खेलों की लिस्ट में टॉप टेन में शामिल इस खेल को बढ़ावा देने के लिए खेल विभाग ने यह कदम उठाया है।

बताते चले कि इंडिया में तलवारबाजी खेल की शुरुआत राजधानी के केडी सिंह बाबू स्टेडियम से हुई। देश में पहला कैम्प यहां लगाया गया और खिलाडि़यों के ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई। इसके बाद यहां के खिलाडि़यों ने इंटरनेशनल तक का सफर तय किया। लेकिन बीच में संघों में आए विवाद के चलते यह खेल खत्म हो गया। पूर्व नेशनल खिलाड़ी आशुतोष सिंह ने बताया कि एक समय था नेशनल टीम में लखनऊ के खिलाड़ी हुआ करते थे। समय का साथ खेल का विस्तार हुआ और फिर अन्य जिलों के खिलाड़ी भी सामने आने लगे। लेकिन संघ में होने वाली उठापटक के चलते इस खेल को खासा नुकसान हुआ। हाल यह हुआ जो टीम नेशनल में शानदार प्रदर्शन करती थी, वहां के खिलाड़ी नेशनल के लिए क्वालीफाई तक नहीं कर पाए। इसी के चलते तलवारबाजी के कैम्पों की संख्या भी कम होती गई।

लेकिन खेल विभाग ने एक बार फिर से तलवारबाजी में धार लाने के एक प्रशिक्षक की नियुक्ति गोमती नगर के विनय खंड स्टेडियम में की है। लेकिन यहां पर सिर्फ जूनियर खिलाड़ी ही मौजूद हैं। यहां पर तैनात प्रशिक्षक संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि जल्द ही जूनियर खिलाड़ी दमदार प्रदर्शन कर सीनियर वर्ग में पहुंच जाएंगे। जिला तलवारबाजी संघ की सचिव आशिया खातून और प्रदेश के सचिव यूजिन पाल ने भी बताया कि लगातार इस खेल को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। जल्द ही प्रदेश में तलवारबाजी के चैम्पियन खिलाड़ी सामने आएंगे।

कोट

तलवारबाजी के खेल को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। कैम्प मिलने से खिलाडि़यों का उत्साह चरम पर है। जल्द ही यहां के खिलाड़ी नेशनल में दिखाई देंगे।

यूजिन पाल

सचिव, यूपी तलवारबाजी संघ