KANPUR:

माघ के महीने में संगम तट पर स्नान की तैयारियां शुरू हो गई हैं लेकिन अभी तक गंगा में गिर रहा टेनरी व सीवरेज का प्रदूषण नहीं रोका गया है। लाइन चोक होने से बुढि़या घाट पंपिंग स्टेशन बंद हो गया है। हालत यह है कि पचास एमएलडी टेनरी का पानी निकल रहा है। केवल नौ एमएलडी ट्रीट हो रहा है बाकी सीधे गंगा में जा रहा है।

आठ सौ मीटर पाइप लाइन लीकेज होने के कारण एक पखवारे से बुढि़याघाट पंपिंग स्टेशन बंद है। टेनरियों का प्रदूषित पानी छबीलेपुरवा, शीतलाबाजार व वाजिदपुर पंपिंग स्टेशन से कुल नौ एमएलडी लिया जा रहा है। बाकी लगभग ब्क् एमएलडी गंगा में बहाया जा रहा है। चोक आठ सौ मीटर लाइन ठीक करने के लिए जल निगम ने 7फ् लाख रुपये का प्रस्ताव तैयार किया है। नगर निगम के जरिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।

भ्0 एमएलडी पानी जा रहा था

सेंट्रल लेदर रिसर्च इंस्टीटयूट, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व जल निगम की संयुक्त टीम ने एक से छह मार्च ख्0क्ख् तक जाजमऊ क्षेत्र में विभिन्न स्थलों पर टेनरी उत्प्रवाह मापा था। इसमें पचास एमएलडी टेनरी का पानी निकला था। नया पचास एमएलडी ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की विस्तृत कार्ययोजना का डीपीआर बनाने के लिए सीएलआरआई ने आठ करोड़ रुपये अप्रैल ख्0क्ख् में मांगे थे, लेकिन दो साल होने को है अभी तक प्रदेश सरकार ने डीपीआर के लिए धनराशि नहीं दी है। सूत्रों के अनुसार परियोजना धरातल पर लाने में चार सौ करोड़ रुपये लगेंगे। इस हिसाब से फिलहाल नौ एमएलडी से ज्यादा टेनरी का गंदा पानी गिरता रहेगा।

नाले नहीं हो पाए बंद

जेएनएनयूआरएम में नालों को टेप करने के लिए सीवरेज ट्रीटमेट प्लांट बनाए जा रहे हैं लेकिन अभी तक एक भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाट नहीं बन पाया है। पुराने बने ट्रीटमेंट प्लांट पूरी क्षमता से नहीं चल पाए हैं। काम की गति को देखते हुए नहीं लगता है कि नवंबर ख्0क्भ् तक काम पूरे हो पाएंगे। फिलहाल गंगा में गंदा पानी गिरता रहेगा।

क्भ् दिनों से है बंद पंपिंग स्टेशन

बुढि़याघाट पंपिंग स्टेशन लाइन चोक होने के कारण एक पखवारे से बंद है। इसको ठीक करने के लिए 7फ् लाख का प्रस्ताव तैयार किया है।

'नौ एमएलडी टेनरी का पानी ट्रीट के लिए छबीलेपुरवा वाजिदपुर व शीतलाबाजार पंपिंग स्टेशन से रोज लिया जा रहा है। बाकी बचा लगभग ब्क् एमएलडी टेनरी का गंदा पानी गंगा में जा रहा है। इसकी जानकारी जिलाधिकारी को भी दे दी गई है। जब तक पचास एमएलडी का ट्रीटमेंट प्लांट केवल टेनरी के लिए नहीं बनेगा तब तक कैसे शोधन होगा.'

-राजेश कुमार, परियोजना प्रबंधक, जल निगम