कब्ज़ा करने वालों का बहिष्कार करो, नाम का यह ऐप कहता है कि यह पता लगा सकता है कि कोई उत्पाद कहां तैयार हुआ है- यूक्रेन में, रूस में या कहीं और. ऐसा यह ऐप फ़ोन के कैमरे से उत्पाद का बारकोड स्कैन करके करता है.

अब तक यह ऐप 10,000 से 50,000 बार तक इंस्टॉल हो चुका है.

गूगल प्ले पर ऐप के ब्यौरे में लिखा है, "यह ऐप आपको सलाह देगा कि आपको उत्पाद ख़रीदना चाहिए या इसका बहिष्कार करना चाहिए."

लेकिन अक्सर रूस की आलोचना करनी वाली गाज़ेटा डॉट आरयू वेबसाइट विशेषज्ञों के हवाले से कहती है कि इससे "रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव और बढ़ सकता है."

'ईंधन भी मत ख़रीदो'

इस ऐप का दावा है कि यह उन रूसी कंपनियों को भी पहचान सकता है जो यूक्रेनी या पश्चिमी कंपनी होने का दिखावा कर रही हैं जैसे कि फ़ैशन ब्रांड कार्लो पाज़ोलिनि या ग्रीनफ़ील्ड टी मर्चेंट.

रूसी मीडिया विश्लेषक एंटोन नॉसिक ने गाज़ेटा डॉट आरयू से कहा कि इस ऐस से "रूस में यूक्रेन की छवि को भारी नुक़सान होगा."

लेकिन इसके साथ ही वह कहते हैं, "लेकिन क्राईमिया को लेकर रूसी नीति को देखते हुए यह भगवान का किया हुआ लगता है!"

इस दौरान रूसी सांसद ओलेग मिखेयेव ने कहा, "मैं ऐसे ऐप्स बनाने वाले अति होशियार लोगों से कहना चाहूंगा कि रूसी गैस और अन्य ईंधन ख़रीदना बंद कर दें."

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