-यूपी में ट्रेनों की सुरक्षा पर सवालिया निशान, सैटरडे को फर्रूखाबाद स्टेशन पर मिला बम

-स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में बम धमाके की सूचना से मचा रहा हड़कंप

-यूपी में रेल ट्रैकों पर आतंकी खतरे का केंद्रीय खुफिया एजेंसियां जारी कर चुकी हैं अलर्ट

KANPUR : उत्तर प्रदेश में रेलवे आतंकियों के निशाने पर है। साजिश काफी बड़ी है। जिसमें लोकल इन्वॉल्वमेंट भी काफी ज्यादा है। आईबी और सेंटर की दूसरी खुफिया एजेंसियां इसको लेकर पहले ही चेतावनी जारी कर चुकी हैं। जिसकी खबर आपके आई नेक्स्ट ने सबसे पहले 26 मई को प्रकाशित की थी। कौशांबी में मुरी एक्सप्रेस कैसे पटरी से उतरी इसको लेकर जांच में ट्रैक से छेड़छाड़ किए जाने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद प्रदेश में कई जगहों पर एक के बाद एक कई घटनाएं हुई जिससे साफ हो गया कि रेलवे आतंकियों के निशाने पर है।

शताब्दी में बम की सूचना

सैटरडे को भी ऐसी दो घटनाएं हुई, जिसने रेलवे प्रशासन में हड़कंप मचा दिया। फर्रुखाबाद स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक पर टाइमर लगे बम से खलबली मच गई। हालांकि बम स्क्वायड ने समय रहते बम को डिफ्यूज कर दिया। वहीं नई दिल्ली से लखनऊ जा रही स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस को बम से उड़ाने की धमकी से फिर रेलवे अफसरों की सांसे बढ़ गई। ट्रेन को पहले टूंडला स्टेशन पर रोक कर चेक किया गया, उसके बाद कानपुर सेंट्रल पहुंचने पर भी पूरी ट्रेन को चेक किया गया। बम नहीं मिलने पर रेलवे सभी ने चैन की सांस ली।

टाइम बम मिलने से हड़कंप

अनवरगंज-कासगंज लाइन पर पड़ने वाले फर्रुखाबाद स्टेशन पर टाइम बम मिलने से खलबली मच गई। रेल अफसरों के साथ जीआरपी व आरपीएफ ने आनन-फानन स्टेशन का प्लेटफॉर्म नंबर एक को यात्रियों से खाली कराया। बम को डिफ्यूज करने के लिए कानपुर से बम डिस्पोजल स्क्वॉयड की टीम को बुलाया गया। दो घंटे बाद पहुंची टीम ने छानबीन के बाद बम को निष्क्रिय किया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक बम में जिस बारूद का प्रयोग किया गया है, वह पटाखे बनाने में यूज किया जाता है। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने एक संदिग्ध युवक को उठाया है।

बम से उड़ाने की धमकी

नई दिल्ली से वाया कानपुर सेंट्रल लखनऊ जाने वाली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में बम होने की सूचना से रेलवे प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। ट्रेन को आनन फानन में टूंडला स्टेशन पर रोका गया इसके बाद सभी यात्रियों को बाहर निकाल कर पूरी ट्रेन की घंटे भर तक तलाशी ली गई। ट्रेन 45 मिनट की देरी से जब सेंट्रल स्टेशन पहुंची तो यहां पर भी जीआरपी, आरपीएफ, बम व डॉग स्क्वॉयड ने दोबारा तलाशी ली। ट्रेन में कुछ नहीं मिलने पर सभी ने राहत की सांस ली।

इन घटनाओं से पुख्ता होती है साजिश

- 24 मई को फिरोजाबाद के पास स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस के गुजरने से ठीक पहले ट्रैक पर भारी भरकम जंक्शन बॉक्स रख दिया गया था।

- 25 मई को कौशांबी स्टेशन के पास मुरी एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। घटना से कुछ देर पहले की एक ट्रेन वहां से गुजरी थी। अधिकारियों को जांच के दौरान ट्रैक से छेड़छाड़ के सबूत भी मिले।

- इसी दौरान फफूंद स्टेशन के पास सिग्नल प्रणाली को ठप करने के लिए कई मीटर तक फाइबर ऑप्टिक केबल काट दी गई थी।

-इसी फ्राइडे को लखनऊ में आधा मीटर तक रेलवे टै्रक को काट कर ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई थी।

ट्रेनों और ट्रैक की सुरक्षा को लेकर खास सावधानी बरती जा रही है। स्टेशनों पर भी समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ की घटनाएं काफी बढ़ी हैं, इसलिए इनकी निगरानी को बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

-आरके भारद्वाज, एसपी रेलवे।