आई-एनालेसिस

-टिकट वितरण में खंडूड़ी के रोल ने बढ़ा दी मुश्किल

-बेटी के टिकट की पार्टी के भीतर ही हो रही आलोचना

-बीजेपी की त्रिमूर्ति में शामिल भगतदा और निशंक चैन से

DEHRADUN: भ् साल पहले के इन्हीं दिनों को याद कीजिए। खंडूड़ी हैं जरूरी, बीजेपी में सिर्फ ये नारा सुनाई दे रहा था। खंडूड़ी के पक्ष में जबरदस्त माहौल था, ये अप्रत्याशित जरूर रहा, कि वे कोटद्वार में खुद का चुनाव हार गया। मगर इस बार सबके निशाने पर जनरल हैं। आखिर कौन यकीन कर सकता है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री विजया बड़थ्वाल उन खंडूड़ी पर हमलावर हैं, जिसे शुरू से उनके ही कैंप का माना जाता रहा है। इसी तरह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने भले ही खंडूड़ी का नाम लेकर उन पर हमले न किए हों, लेकिन अपने प्रिय नेता को लेकर उनका गुस्सा उफान पर है। दिलचस्प बात ये है कि बीजेपी की त्रिमूर्ति में शामिल भगतदा हों या निशंक, किसी को लेकर विरोध नहीं हैं। सिर्फ निशाने पर जनरल खंडूड़ी ही बने हुए हैं।

बेटी के टिकट ने किया रक्षात्मक

ढाई दशक से ज्यादा की अपनी सियासी पारी में जनरल बीसी खंडूड़ी अपनी ईमानदार छवि को बनाए रखने में काफी हद तक सफल रहे हैं। बेबाक बोलने और एक्शन करने वाला नेता उन्हें माना जाता है। मगर यमकेश्वर सीट पर बेटी ऋतु खंडूड़ी के टिकट ने पूर्व मेजर जनरल को रक्षात्मक बना दिया है। तीन बार की विधायक रहीं विजया बड़थ्वाल का टिकट काटकर खंडूड़ी की बेटी को दिया जाना बीेजेपी के आम कार्यकर्ता के भी गले नहीं उतर रहा है।

कहीं एडजस्टमेंट, कहीं अडे़

बताया जा रहा है कि कुछ सीटों पर खंडूड़ी अड़े, तो कुछ पर उन्होंने एडजस्टमेंट किया। अपने कैंप के खास नेता तीरथ सिंह रावत के टिकट पर जब सतपाल महाराज की नजर गई, तो हाईकमान का रुख भांपकर खंडूड़ी ने प्रभावी विरोध नहीं किया। इसी तरह, खंडूड़ी बेटी के लिए यमकेश्वर की जगह कर्णप्रयाग सीट चाहते थे। ऐसा हो जाता तो एक पंथ दो काज होते। कर्णप्रयाग में टिकट के मजबूत दावेदार पूर्व विधायक अनिल नौटियाल भी किनारे हो जाते, जिनसे खंडूड़ी का पिछले चुनाव से बैर रहा था। इसके अलावा, यमकेश्वर में अपने कैंप की विजया बड़थ्वाल का टिकट भी कटने से बच जाता। मगर हाईकमान के सामने खंडूड़ी ने समझौता कर लिया। दूसरी तरफ, कोटद्वार, कर्णप्रयाग जैसी सीटों पर पिछले बार के बागियों के टिकट कटवाने के लिए खंडूड़ी बकायदा अडे़ नजर आए।

खंडूड़ी विरोधी खेमा हुआ सक्रिय

-बीजेपी में खंडूड़ी विरोधी खेमा यमकेश्वर सीट पर ऋतु खंडूड़ी को मुश्किल में डालने के लिए सक्रिय हो गया है। विजया बड़थ्वाल की नाराजगी को भुनाने के लिए भी पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। दूसरी तरफ, कर्णप्रयाग में खंडूडी की पैरवी से टिकट पाने वाले सुरेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ अनिल नौटियाल ताल ठोंकने के लिए तैयार हैं।