-गब लाइन लॉस की वजह से बिजली की दरों में एक बार फिर इजाफे की तैयारी
- शहर में बिजली चोरी को भी केस्को इंजीनियर्स दिखा देते हैं लाइन लॉस में
- हर महीने सौ मिलियन यूनिट से भी ज्यादा बिजली का हो जाता है लाइन लॉस
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KANPUR : बिजली की दरों में एक बार फिर इजाफा होने से पब्लिक को जोर का करेंट लगने वाला है। सरकार ने बिजली की कीमतें बढ़ाने के पीछे बढ़ते लाइन लॉस को जिम्मेदार ठहराया है। मगर, केस्को कंज्यूमर्स की जेब पर लाइन लॉस से कम बल्कि बिजली चोरी की वजह से ज्यादा बोझ पड़ेगा।
दिन दूनी, रात चौगुनी तरक्की
केस्को इंजीनियर्स की मिलीभगत से बिजली चोरों के हौसले बुलंद हैं। लोकल सबस्टेशन अफसरों और लाइनमैन से सेटिंग-गेटिंग की बदौलत बिजली चोरी का धंधा दिन दूनी, रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। यही वजह है कि कानपुर को सप्लाई होने वाली बिजली का बड़ा हिस्सा बिजली चोर इस्तेमाल कर रहे हैं। जिनके खिलाफ जानकर भी कोई एक्शन नहीं लिया जाता।
मंथली सौ मिलियन यूनिट चोरी
भीषण बिजली कटौती की वजह से केस्को कंज्यूमर्स ने जब बवाल शुरू किया तो केस्को एमडी डॉ। रोशन जैकब ने कई बिंदुओं पर जांच करवाई। इनमें लाइन लॉस से लेकर बिजली चोरी, केस्को कंज्यूमर्स की संख्या, कॉमर्शियल कनेक्शन आदि के आंकड़े जुटाये गए। जांच रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली आई। पता चला करीब क्क्ख् मिलियन यूनिट बिजली लाइन लॉस और बिजली चोरी में खप जाती है।
घरेलू कनेक्शन में कॉमर्शियल काम
लाइन लॉस की छोटी सी बानगी घरेलू कनेक्शन का कॉमर्शियल यूज है। शहर में कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अपने घर में हॉस्टल बना रखा है। वहां ठहरने वाले स्टूडेंट्स को इसी कनेक्शन से बिजली की सप्लाई की जा रही है। जबकि यूपीपीसीएल के टैरिफ आदेशों के तहत यह कार्यवाही प्राइवेट स्टूडेंट हॉस्टल, प्राइवेट ट्रांन्जैक्शन हॉस्टल व प्राइवेट गेस्टहाउस के अन्तर्गत आती है। बिजली का ऐसा इस्तेमाल अघरेलू उपभोग शिड्यूल-ख् के अन्तर्गत आता है। मगर, ऐसे बिजली चोरों पर भी केस्को इंजीनियर्स की नजर-ए-इनायत बनी रहती है। बिजली की इस 'एक्स्ट्रा' खपत को न तो लाइन लॉस, ना ही बिजली चोरी में शो किया जाता है।
डिमांड-सप्लाई व लाइन लॉस एक नजर में -
डिमांड - ब्00 मिलियन यूनिट
सप्लाई - फ्ख्0 मिलियन यूनिट
कमी - 80 मिलियन यूनिट
लाइन लॉस -बिजली चोरी - क्क्ख् मिलियन यूनिट
डेली पॉवर रोस्टरिंग - म्-क्0 घंटे
इनसेट
टैरिफ क्0-क्भ् परसेंट तक
बिजली की दरें कितने प्रतिशत तक बढ़ेंगी। इसकी घोषणा अभी नहीं की गई है। मगर, केस्को अफसरों की मानें तो यूपीपीसीएल की तरफ से क्0-क्भ् परसेंट तक कीमतों में इजाफा हो सकता है। चूंकि, अबकी बढ़ी हुई कीमतों की घोषणा लाइन लॉस के हिसाब से की जाएगी। इसलिए आंकड़ों में उतार-चढ़ाव की संभावना भी जताई जा रही है।
इन सब डिवीजन पर होती है सबसे ज्यादा बिजली चोरी
- बिजलीघर परेड
- जरीब चौकी
- फूलबाग
- बाबूपुरवा
- आलूमंडी
- देहली सुजानपुर
- बर्रा विश्वबैंक
- गोविन्द नगर
'बिजली चोरी और लाइन लॉस के आंकड़ों में हेरफेर करने वाले केस्को इंजीनियर्स और कर्मचारियों की पड़ताल करवाई जा रही है। दोषी पाये जाने पर निश्चित ही एक्शन लिया जाएगा.'
- डॉ। रोशन जैकब, केस्को एमडी