-टाटा संस के चेयरमैन ने 'संवाद' में कहा जोहार, आपने प्यार दिया, आपका शुक्रिया

JAMSHEDPUR: गोपाल मैदान में मंगलवार को 'संवाद-ए ट्राइबल कॉनक्लेव' ख्0क्भ् में टाटा संस के चेयरमैन सायरस मिस्त्री ने नगाड़े पर थाप देकर संवाद की दूसरी पारी की शुरुआत में संगीत का समां बांध दिया। उनके साथ नगाड़ा बजाने वालों में कंपनी के बड़े अधिकारी और आदिवासी समाज की हस्तियां शामिल थीं। आदिवासी संस्थाओं ने सायरस मिस्त्री को सम्मानित किया। उन्हें संथाल और हो आदिवासी समाज की परंपरागत धोतियों का तोहफा दिया गया। बाद में नागालैंड के आदिवासी गायक गुरु रुबैन ने अपने गीतों से दर्शकों का दिल जीत लिया। सायरस मिस्त्री ने आदिवासी समाज में धान की बुआई और कटाई के वक्त और अन्य मौकों पर गाए जाने वाले परंपरागत लोक गीतों की सीडी उनरुम का विमोचन किया।

दशरथ ने भेंट की धोती

सायरस मिस्त्री ने गुड मॉर्निग से शुरू अपने संक्षिप्त भाषण में उन्होंने देश भर से आदिवासियों की फ्भ् जनजातियों की क्भ्00 हस्तियों को जोहार कहा। बोले, यहां विभिन्न नृत्यों और लोकगीतों के जरिए आदिवासियों की संस्कृति की अद्भुत मिसाल पेश की जा रही है। मंच पर पहुंचने के बाद सबसे पहले संथाल आदिवासियों के तरफ परगना दशरथ हांसदा ने संथालों की परंपरागत हरे रंग की धोती भेंट की। इसके बाद हो समाज के मानकी मुंडा संघ पोड़ाहाट के जुगल किशोर पिंगुवा ने सायरस को परंपरागत हो धोती भेंट कर सम्मानित किया। पद्मश्री तुलसी मुंडा भी मंच पर पहुंची और सायरस मिस्त्री को वीर बिरसा मुंडा की प्रतिमा भेंट की। आदिवासी वाद्य यंत्र 'बनाम' की क्लासेज कंपनी की ओर से मुंबई में चलाई जाती है। वहां से आए सूरज टुडू, सालखन आदि ने मंच पर आकर सायरस मिस्त्री को बनाम वाद्ययंत्र का तोहफा दिया। सोनाराम सोरेन और मालती बेसरा ने मिस्त्री को आदिवासी घरों पर बनाई जाने वाली सोहराय पेंटिंग भेंट की। ओडि़शा के कलिंगनगर इलाके में आदिवासी समाज में मशहूर सौरा आर्ट की पेंटिंग मानस रंजन नायक ने भेंट की। मुकेश ने वार्ली पेंटिंग भेंट की। लद्दाख से आए दुप्पा जनजाति के इजे दोलमा ने वहां का पारंपरिक खड़ा भेंट किया।

शुरू हुआ सम्मान का दौर

सायरस के सम्मान के बाद मंच पर आदिवासी हस्तियों को सम्मानित करने का दौर शुरू हुआ। सबसे पहले संथाल के तरफ परगना दशरथ हांसदा को सायरस मिस्त्री ने धोती पेश कर सम्मानित किया। हो के मानकी मुंडा संघ के जुगल किशोर पिंगुवा को भी उन्होंने हो जनजाति की परंपरागत धोती देकर सम्मानित किया। इनके अलावा क्योंझर में आदिवासियों के विकास की मुहिम चला रही तुलसी मुंडा, आसाम में सैकड़ों हेक्टेयर में पेड़ लगा कर जंगल बनाने वाले पद्मश्री जाधव पायन, एससी और एसटी पर सरकार की तरफ से स्टडी करने वाले प्रोफेसर वर्जीनियस खाका, पद्मश्री गणेशा देवी, हैदराबाद के आसपास क्ख्00 गांवो में बाल मजदूरी बंद कराने वाली पद्मश्री शांता सेन, मैसूर में आदिम जनजातियों के लिए काम करने वाले डॉ। आर बाला सुब्रमण्यम को भी सायरस मिस्त्री ने सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में गणेशा देवी और आर बाला सुब्रमण्यम आदिवासी नहीं हैं। इन्हें आदिवासियों में आदिवासी मित्र का दर्जा दिया गया है। इस मौके पर टाटा स्टील कॉरपोरेट सर्विसेज के वाइस प्रेसीडेंट सुनील भास्करन समेत कंपनी के अन्य अधिकारी मौजूद थे।