JAMSHEDPUR: टाटा मोटर्स के मदर प्लांट जमशेदपुर में जनवरी में 12,500 वाहन बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं। वहीं बीते माह दिसंबर में 11,202 वाहन बने हैं जबकि लक्ष्य 12, 000 रखा गया था। यहां प्रतिमाह 15,000 तक वाहन बनाने का लक्ष्य रखा गया है। ट्रक चेसिसों के अलावे घरेलू व सेना वाहनों को भी बनाना हैं। नवंबर में 10,000 से ज्यादा गाडि़यां बनी हैं जबकि अक्टूबर महीने में यहां 9,000 चेसिसों का निर्माण किया गया हैं।

उत्पादन का बढ़ा दबाव

कंपनी प्रबंधन व यूनियन दोनों मिलकर लक्ष्य को पूरा कराने में लग गए हैं। कंपनी के अधिकारियों व यूनियन नेताओं ने डिवीजनवार बैठक करने से लेकर कर्मचारियों को ज्यादा उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। कर्मचारियों से उत्पादन लक्ष्य पूरा करने में भरपूर सहयोग करने की अपील की जा रही है। वहीं पहले एसेंबली लाइन में जहां दो पाली में काम होता था वहां अब तीनों पालियों में उत्पादन हो रहा है। अवकाश के दिन भी कर्मचारियों को काम पर बुलाया जा रहा है। आपसी तालमेल के साथ साप्ताहिक अवकाश रविवार को भी काम लिया जा रहा है इसके एवज में दूसरे दिन छुट्टी सामंजस्य करने को कहा गया है। प्रबंधन ने गाडि़यों की बूम को देखते हुए वेंडर्स व सप्लायरों के साथ बैठक भी की है।

रोज बन रहीं 400 तक गाडि़यां

टाटा मोटर्स में इधर 300 से लेकर 400 गाडि़यां एक दिन में बनाई जा रही हैं। उत्पादन पूरा करने के लिए तीनों शिफ्ट में काम हो रहा हैं तो कर्मचारियों पर भी काफी दबाव हैं। कंपनी कर्मचारी अपने-अपने पाली में ज्यादा से ज्यादा उत्पादन करें, एमओपी बढ़ाए इसके लिए प्रबंधन का दबाव है।

दिसंबर में हुई 8,500 गाडि़यों की बुकिंग

टाटा मोटर्स में दिसंबर माह में टीटीसीए (टेल्को ट्रांसपोर्ट कॉन्वाय एसोसिएशन) द्वारा कुल 8500 गाडि़यों की बुकिंग की गई हैं जबकि शेष गाडि़यों को टेलर के माध्यम से उनके गंतब्य तक भेजा गया हैं। कुछ गाडि़यों का डिस्पैच होना हैं। गुरुवार को यहां कुल 220 चेसिसों की बुकिंग की गई।