-कैंसर रिसर्च सेंटर व टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के बीच एमओयू की तैयारी

-रेलवे बोर्ड एडवाइजर हेल्थ ने रिपोर्ट बनाने को भेजा लेटर

VARANASI

बनारस समेत पूर्वाचल के कैंसर मरीजों के लिए सस्ते और बेहतर इलाज की राह जल्द खुलने वाली है। इसके लिए लहरतारा स्थित रेलवे कैंसर संस्थान को हाईटेक करने की योजना तैयार कर ली गई है। अब टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल मुंबई इसका संचालन करेगा। इसके लिए दिसंबर तक रेलवे कैंसर इंस्टीट्यूट व टाटा मेमोरियल कैंसर इंस्टीट्यूट के बीच हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी की जानी है। इसके पहले ओएमयू तैयार कर लिया जाएगा। रेलवे बोर्ड के एडवाइजर हेल्थ डॉ। गजेंद्र कुमार ने इस्टीमेट तैयार करने के लिए लेटर भेजा है। जिसमें कर्मचारियों, पहले से एडमिट मरीजों व डेवलपमेंट से रिलेटेड रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया गया है।

दिसंबर में सिग्नेचर

एडवाइजर हेल्थ की ओर से भेजा गया लेटर डीआरएम एनईआर ऑफिस को प्राप्त हो गया है। जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा है कि दिसंबर में एनईआर कैंसर हॉस्पिटल टाटा को हैंडओवर करने के लिए एमओयू तैयार कर लिया जाए। इसमें हॉस्पिटल में तैनात कर्मचारियों से रिलेटेड विशेष जानकारी मांगी गयी है। इसके तहत कर्मचारियों से पूछा जाना है कि वे कहां जाना पसंद करेंगे, रेलवे या टाटा के साथ। वहीं यहां एडमिट मरीजों के संबंध में यह रिपोर्ट बनाने को कहा गया है कि एमओयू के दौरान उनका इलाज कहां होगा। इसी तरह रेलवे कर्मचारियों के मुफ्त इलाज से रिलेटेड डिटेल भी देने को कहा गया है।

तीन फेज में होगा विकास

रेलवे के कैंसर संस्थान के विकास के लिए रेलवे और टाटा मेमोरियल के बीच करार होने के बाद तीन फेज में विकास होगा। लगभग तीन महीने पहले कैंसर संस्थान के विकास की यह पहल शुरू हुई थी। तय कार्ययोजना के मुताबिक पहले फेज में भवन का विकास होगा। दूसरे चरण में इलाज से जुड़ी अत्याधुनिक मशीनें और अन्य संसाधन लगाए जाएंगे। तीसरे चरण में यहां के टेक्निकल स्टाफ को ट्रेनिंग और एक्सपर्ट मुहैया कराया जाना है।

एमओयू के लिए रिपोर्ट तैयार करने के लिए लेटर प्राप्त हो चुका है। निर्देश के मुताबिक बिंदुवार रिपोर्ट तैयार करने की व्यवस्था स्टार्ट कर दी गयी है।

अशोक कुमार, पीआरओ

एनईआर, वाराणसी डिवीजन,