-एसी टिकट बनवाना हो तो 10 से 11 बजे का मिलेगा टाइम

-वहीं स्लीपर तत्काल टिकट के लिए 11 से 12 बजे का टाइम रेलवे ने किया फिक्स

A LLAHABAD: चार महीने पहले रिजर्वेशन का सिस्टम शुरू होने के बाद भी पैसेंजर्स को ट्रेनों में कनफर्म टिकट नहीं मिल रहा है। जिसके बाद ट्रेवलिंग के लिए बस केवल एक ऑप्शन बचता है और वह है तत्काल टिकट। मगर, उस पर भी इतना ज्यादा लोड है कि ज्यादातर पैसेंजर्स को तत्काल टिकट भी नहीं मिल पाता है। इसी लोड को कम करने और पैसेंजर्स की सुविधा के लिए इंडियन रेलवे मंडे से तत्काल टिकट सिस्टम में कुछ बदलाव करने जा रहा है। इसलिए तत्काल टिकट बनवाने जा रहे हैं तो अपना शेड्यूल बदल लें और जैसा टिकट बनवाना हो, उसके टाइम पर ही रिजर्वेशन काउंटर पर पहुंचें या फिर आईआरसीटीसी की साइट पर प्रयास करें।

हो रहा है ये बदलाव

ट्रेनों में तत्काल टिकट की बुकिंग का सिस्टम क्भ् जून से बदल गया है। अब एसी और स्लीपर के लिए तत्काल टिकट की बुकिंग की टाइमिंग अलग-अलग होगी। एसी तत्काल के टिकट क्0 बजे से क्क् बजे तक और नॉन-एसी क्लास के लिए बुकिंग क्क् से क्ख् बजे तक होगी। टिकटिंग साइट और बुकिंग विंडो से भीड़ कम करने के लिए रेलवे ने तत्काल सिस्टम में बदलाव किया है।

रेलवे के सर्वर से लोड होगा कम

रेलवे ऑफिसर्स का कहना है कि एसी और स्लीपर टिकट बनाने का सिस्टम एक साथ होने की वजह से रेलवे की साइट पर काफी लोड है। कई बार इसी वजह से लोगों को टिकट नहीं मिल पाता है। अक्सर सर्वर डाउन हो जाता है और टिकट बीच में ही फंस जाता है। आईआरसीटीसी की टिकटिंग साइट पर इस समय करीब क्0 से क्ख् हजार टिकट पर ऑवर बुक किए जा रहे हैं। साइट पर लोड कम करने और पैसेंजर्स को आसानी से तत्काल सिस्टम का फायदा मिल सके। इसलिए ये बदलाव किया जा रहा है। एसी और नॉन एसी टिकटों की बुकिंग का टाइम अलग होने से विंडो और टिकटिंग साइट्स पर लोड कम हो जाएगा। अब तत्काल रिजर्वेशन के तहत एसी क्लास के लिए बुकिंग यात्रा से एक दिन पहले सुबह क्0 बजे से शुरू होगी और नॉन एसी क्लास के लिए सुबह क्क् बजे से शुरू होगी।

फ्0 मिनट नहीं होगी साधारण टिकटों की बुकिंग

इसी के साथ अब आईआरसीटीसी एजेंट्स सहित सभी टिकटिंग एजेंट्स को बुकिंग खुलने से फ्0 मिनट के लिए गैर-तत्काल टिकटों की बुकिंग से वंचित कर दिया जाएगा। यह रोक, जनरल क्लास के लिए सुबह 8 बजे से 8.फ्0 बजे तक, तत्काल एसी क्लास के लिए सुबह क्0 बजे से क्0.फ्0 बजे तक और तत्काल नॉन एसी क्लास के लिए सुबह क्क् बजे से क्क्.फ्0 बजे तक के लिए होगी।

तत्काल पर भ्0 परसेंट रिफंड

तत्काल के तहत बुक कराए गए टिकटों को कैंसिल कराने पर आधी रकम भी रेलवे रिफंड करेगी। इससे हजारों यात्रियों को राहत मिलेगी। पुराने नियम के मुताबिक तत्काल के तहत टिकट को रद्द कराने पर यात्रियों को रिफंड नहीं मिलता है। अब तत्काल टिकट कैंसिल कराने वालों को भ्0 फीसदी रिफंड मिलेगा। अभी तक तत्काल टिकट कैंसिल कराने पर कोई रिफंड नहीं मिलता था। रेलवे का यह नया नियम आरक्षण केंद्रों के साथ आईआरसीटीसी की वेबसाइट के लिए भी लागू होगा।

अभी तक थी ये व्यवस्था

क्। सुबह दस बजे ओपेन होता था तत्काल टिकट सिस्टम

ख्। दस बजते ही टिकट विंडो और आईआरसीटीसी की साइट पर शुरू हो जाती थी तत्काल टिकट के लिए गुणा-गणित

फ्। टिकट एसी क्लास का हो या फिर स्लीपर क्लास, दोनों क्लास का टिकट बनवाने वालों की भीड़ एक साथ लगाती थी।

ब्। भीड़ की वजह से एक ही टाइम में रेलवे के सर्वर और वेबसाइट पर आ जाता था पूरा लोड।

भ्। भीड़ और लोड के कारण लकी लोगों को ही मिलता था तत्काल टिकट

म्। जब तक एसी वाला एसी का टिकट बनवाता था, तब तक स्लीपर का टिकट बुक हो जाता था या फिर स्लीपर वाला काउंटर पर लग जाता था तो एसी वाला तत्काल टिकट नहीं बनवा पाता था।

7. दस बजे तत्काल सिस्टम शुरू होने के बाद चंद मिनट में ही बुक हो जाते थे टिकट और पैसेंजर्स को मिलता था केवल वेटिंग।

अब आज से हो रहा है ये बदलाव

क्। तत्काल टिकट का सिस्टम पहले की तरह ही क्0 बजे शुरू होगा, लेकिन अगर आपको बनवाना है एसी क्लास का टिकट तो आपको मिलेगा एक घंटा यानी क्0 से क्क् बजे का टाइम।

ख्। स्लीपर का टिकट आपको दस बजे नहीं बल्कि क्क् बजे मिलेगा। क्योंकि रेलवे ने अब स्लीपर का तत्काल टिकट बनवाने का टाइम क्0 से क्क् बजे तक फिक्स कर दिया है।

ब्। एसी टिकट के टाईम में एसी टिकट के लिए ही जोर आजमाइश होगी वहीं जब स्लीपर टिकट बनवाने का टाइम होगा तो फिर स्लीपर टिकट वाले ही प्रयास करेंगे।

भ्। स्लीपर और एसी टिकट बनवाने वालों की भीड़ एक साथ नहीं आने से विंडो और आईआरसीटीसी की साइट पर नहीं होगा दबाव।