जंक्शन पर केवल दलालों को मिल रहा तत्काल टिकट

आरपीएफ के जवान को मिल गई दलालों को लाइन में लगाने की जिम्मेदारी

आई नेक्स्ट के स्टिंग में एक जवान ने ही किया तत्काल के ठेके का भंडाफोड़

ALLAHABAD: समर सीजन में लंबी रूट की ट्रेनों में सीट बुक कराने केलिए तत्काल टिकट चाहिए तो फिर दलालों से ही बात कर लें। दो हजार के टिकट के लिए चार से पांच हजार रुपए देना पड़ेगा। इसके अलावा कोई आप्शन नहीं है क्योंकि आनलाइन रिजर्वेशन सिस्टम में हैकर्स ने सेंध लगा दी है तो तत्काल टिकट काउंटर पर सिर्फ दलालों को इंट्री मिल रही है। जब तक आपका नंबर आएगा वेटिंग शुरू हो चुकी होगी। जंक्शन पर दलाल अचानक इसलिए सक्रिय हुए हैं, क्योंकि दलालों पर लगाम लगाने वाले जवान खुद इस धंधे में शामिल हो चुके हैं। बेसिकली उन्हें तत्काल में खेल कराने का ठेका मिला है। आई नेक्स्ट के स्टिंग में आरपीएफ के ही एक जवान ने इसका खुलासा किया।

धक्का देकर रेलकर्मी को निकाला

आई नेक्स्ट ने यह स्टिंग बुधवार और गुरुवार को किया। बुधवार को इलाहाबाद जंक्शन पर तत्काल टिकट के लिए लाइन में कई लोग खडे़ थे। जिन्होंने टोकन ले रखा था। टोकन का नंबर आता, इससे पहले ही आरपीएफ का एक जवान रिजर्वेशन हाल में पहुंचा। अपनी वर्दी का रौब दिखाते हुए उसने लाइन में खड़े लोगों को इधर-उधर करते हुए पांच लोगों को लाकर आगे खड़ा कर दिया। तत्काल की लाइन में सबसे आगे आम पैसेंजर्स के साथ ही रेलवे के ही एक सीनियर डीईई लगे हुए थे। जवान के गुर्गो ने उन्हें भी धक्का देकर हटा दिया। इससे वे तत्काल टिकट नहीं ले सके। इसकी शिकायत सीनियर डीईई ने आरपीएफ थाने जाकर की। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरपीएफ थानाध्यक्ष पीके राणा ने इस तरह की किसी घटना से इनकार किया।

कैसे खुला राज

आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने हकीकत के तहत तक जाने के लिए लोगों से बात की तो हकीकत सामने आई। रिजर्वेशन काउंटर पर तैनात रेलकर्मियों ने बुधवार को हुई घटना को स्वीकार किया। आरपीएफ के एक जवान ने तो बातों-बातों में ही पूरा राज खोलकर रख दिया। आरपीएफ के जवान ने बताया कि तत्काल टिकट के लिए मनमानी का खेल यूं ही नहीं शुरू हुआ है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि, जंक्शन पर अब दलाली कराने का ठेका दिया जा चुका है। दो लाख रुपये में। मोबाइल पर हुई बातचीत में इसका राज खुला।

रिपोर्टर: किसने और किसे दिया है ठेका।

जवान: ठेका जिम्मेदार लोगों ने एक रंगरूट जवान को दिया है। जो इसमें पहले से माहिर है। कानपुर रीजन में भी अपना जलवा दिखा चुका है। इसी वजह से उसे ट्रांसफर कर इलाहाबाद भेजा गया था।

रिपोर्टर: यहां पर कैसे हो रहा है खेल।

जवान: रंगरूट को तत्काल टिकट के दौरान दलालों को जबर्दस्ती लाइन में लगाने और उन्हें तत्काल टिकट दिलाने की जिम्मेदारी मिली है। जिसे दलाल हासिल करने के बाद ब्लैक करते हैं। दो हजार के टिकट को चार से पांच हजार, तीन हजार के टिकट को पांच से छह हजार रुपये में ब्लैक करते हैं। जरूरतमंद लोग खरीदते हैं। दलाल पहले भी सक्रिय थे, लेकिन अब इन्हें बल मिल गया है।

(करीब दस मिनट तक हुई बातचीत की पूरी रिकॉर्डिग आई नेक्स्ट के पास मौजूद है)