- पिछली बार 40 करोड़ रुपए टैक्स बकाया सुनकर चौंक गए थे मेयर

- मेयर ने अधिकारियों को दिया था टैक्स वसूलने का आदेश

GORAKHPUR: निगम में टैक्स वसूली की रफ्तार सुस्त पड़ गई है। वजह है सभी टैक्स इंस्पेक्टर्स शौचालय बनवाने में लगे हैं।

जबकि मेयर सीताराम जायसवाल ने निगम अधिकारियों को साफ निर्देश के साथ आर्थिक स्थिति की जानकारी ली थी। जिसमें 40 करोड़ रुपए टैक्स बकाया को सुनकर चौक गए थे। वहीं निगम पर 95 करोड़ रुपए की देनदारी बाकी थी। मेयर ने निगम की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताते हुए निगम के अफसरों के खर्चो में कटौती के साथ टैक्स वसूली बढ़ाने का निर्देश दिया था। वहीं दस हजार से अधिक बकाएदारों की सूची तैयार करने को कहा था। बावजूद अभी तक टैक्स वूसली का अभियान नहीं चलाया जा सका।

एक तरफ जहां भुगतान न होने से ठेकेदार कोई नया कार्य नहीं कर रहे हैं तो दूसरी तरफ नगर निगम टैक्स वसूलने में नाकाम हैं। इसी की नतीजा है कि 40 करोड़ रुपए की टैक्स वसूली नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि टैक्स वसूली करने वाले इंस्पेक्टर्स को शहर के स्वच्छ बनाने और शौचालय के निर्माण कार्य में लगा दिया है। जिसके चलते टैक्स वसूली का कार्य सुस्त पड़ गया है। उधर, टैक्स वसूली को बढ़ाने के लिए बकाएदारों के ब्याज में छुट करने की बात की गई थी। वहीं टैक्स वसूली के लिए वार्डो में कैंप लगाने की बात कहीं गई थी। उधर निगम के अफसरों का कहना है कि 31 मार्च को वित्तीय वर्ष समाप्त होने पर बकाया करोड़ों रुपए तक पहुंच गया है। अब यह बकाया धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है।

15 तारीख से लगाए जाएंगे कैंप

मेयर सीताराम जायसवाल ने बताया कि हाउस टैक्स वसूली का अभियान तेज किया जाएगा। इसके लिए 15 तारीख से हर वार्डो में कैंप लगाकर टैक्स वूसली कराया जाएगा।