- टैक्स वसूली में नगर निगम टीम पर हुआ था हमला, करदाता पर हुई थी एफआईआर

-आरोपी करदाता का आरोप, निगम ने लगाया गलत टैक्स, सीओ सिटी से की शिकायत

<- टैक्स वसूली में नगर निगम टीम पर हुआ था हमला, करदाता पर हुई थी एफआईआर

-आरोपी करदाता का आरोप, निगम ने लगाया गलत टैक्स, सीओ सिटी से की शिकायत

BAREILLY:

BAREILLY:

नगर निगम की टैक्स वसूली में हुए एक विवाद ने पुलिस के सामने कंफ्यूजन की स्थिति खड़ी कर दी है। दरअसल, 7 मार्च को नरकुलागंज में टैक्स वसूली के लिए गई निगम टीम का एक करदाता से विवाद हो गया। निगम टीम ने करदाता पर मारपीट व जान से मारने का आरोप लगाकर प्रेमनगर थाना में मुकदमा दर्ज करा दिया था। वहीं आरोपी करदाता ने निगम पर ही गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। करदाता का कहना है कि निगम ने मकान न होने के बावजूद उस पर 3 लाख का बकाया टैक्स बताकर जल्द जमा करने को कहा। जबकि वह अपना टैक्स जमा कर चुका है। इस बाबत निगम अधिकारियों का कहना है कि करदाता पर बकाया टैक्स नहीं था, टीम ने उससे सिर्फ बकाएदार का पता पूछा था, जिस पर 3 लाख का टैक्स बकाया है। जिस पर करदाता ने मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। पूरे मामले में आरोपी करदाता ने सैटरडे को मामले में सीओ सिटी वन से मदद की गुहार लगाई है, जिसके बाद पुलिस के लिए टैक्स विवाद का यह कंफ्यूजन टेंशन में बदल गया है।

4 घंटे रही थी टीम

राजेंद्र प्रसाद 192<नगर निगम की टैक्स वसूली में हुए एक विवाद ने पुलिस के सामने कंफ्यूजन की स्थिति खड़ी कर दी है। दरअसल, 7 मार्च को नरकुलागंज में टैक्स वसूली के लिए गई निगम टीम का एक करदाता से विवाद हो गया। निगम टीम ने करदाता पर मारपीट व जान से मारने का आरोप लगाकर प्रेमनगर थाना में मुकदमा दर्ज करा दिया था। वहीं आरोपी करदाता ने निगम पर ही गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। करदाता का कहना है कि निगम ने मकान न होने के बावजूद उस पर फ् लाख का बकाया टैक्स बताकर जल्द जमा करने को कहा। जबकि वह अपना टैक्स जमा कर चुका है। इस बाबत निगम अधिकारियों का कहना है कि करदाता पर बकाया टैक्स नहीं था, टीम ने उससे सिर्फ बकाएदार का पता पूछा था, जिस पर फ् लाख का टैक्स बकाया है। जिस पर करदाता ने मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। पूरे मामले में आरोपी करदाता ने सैटरडे को मामले में सीओ सिटी वन से मदद की गुहार लगाई है, जिसके बाद पुलिस के लिए टैक्स विवाद का यह कंफ्यूजन टेंशन में बदल गया है।

ब् घंटे रही थी टीम

राजेंद्र प्रसाद क्9ख्/ / 192 नरकुलागंज में रहते हैं। उनके मकान में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का ग्राहक सेवा केंद्र भी है। राजेंद्र प्रसाद के मुताबिक उन्होंने वर्ष 2016-17 का टैक्स भर दिया था। जिस पर नगर निगम से उन्हें जीरो वैलेंस का सर्टिफिकेट भी मिला था। लेकिन 7 मार्च को नगर निगम की टीम अचानक पहुंची और बताया कि उनका मकान नंबर 195<क्9ख् नरकुलागंज में रहते हैं। उनके मकान में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का ग्राहक सेवा केंद्र भी है। राजेंद्र प्रसाद के मुताबिक उन्होंने वर्ष ख्0क्म्-क्7 का टैक्स भर दिया था। जिस पर नगर निगम से उन्हें जीरो वैलेंस का सर्टिफिकेट भी मिला था। लेकिन 7 मार्च को नगर निगम की टीम अचानक पहुंची और बताया कि उनका मकान नंबर क्9भ्//195 है। वह बड़े बकाएदारों की सूची में हैं। इस मकान पर नगर निगम का 3 लाख का टैक्स बकाया है। टीम ने उनसे तीन लाख रुपए टैक्स जमा करने को कहा। लेकिन मकान न होने पर उन्होंने टैक्स देने से मना कर दिया। टीम करीब 4 घंटे तक रही और उसके बाद उनके खिलाफ प्रेमनगर थाना में एफआईआर दर्ज करा दी।

मर्डर कराने की दी धमकी

वहीं इस मामले में नगर निगम अधिकारियों की ओर से 7 मार्च को प्रेमनगर थाना में जो एफआईआर दर्ज कराई थी, उसमें राजेन्द्र कुमार का मकान नंबर 195<क्9भ् है। वह बड़े बकाएदारों की सूची में हैं। इस मकान पर नगर निगम का फ् लाख का टैक्स बकाया है। टीम ने उनसे तीन लाख रुपए टैक्स जमा करने को कहा। लेकिन मकान न होने पर उन्होंने टैक्स देने से मना कर दिया। टीम करीब ब् घंटे तक रही और उसके बाद उनके खिलाफ प्रेमनगर थाना में एफआईआर दर्ज करा दी।

मर्डर कराने की दी धमकी

वहीं इस मामले में नगर निगम अधिकारियों की ओर से 7 मार्च को प्रेमनगर थाना में जो एफआईआर दर्ज कराई थी, उसमें राजेन्द्र कुमार का मकान नंबर क्9भ्//क्9भ् बताया गया है, इसमें स्टेट बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र खुला हुआ है और फ् लाख का टैक्स बकाया है। टैक्स अधिकारी का कहना है टीम राजेंद्र से क्9भ्/क्9भ् भवन का पता और बकाएदार के बारे में पूछने गई थी। इस पर राजेन्द्र गाली-गलौच पर उतर आया। उसने नगर आयुक्त व मेयर को भी देख लेने की धमकी दी। यही नहीं करदाता ने अपने साथियों से टीम को घेरकर मिसबिहेव किया और कहा कि फ् लाख देने से अच्छा भ्0 हजार में टीम के सदस्यों का मर्डर करा देंगे।

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राजेंद्र ने गलत एफआईआर दर्ज कराने की शिकायत की है। नगर निगम टैक्स जमा की रसीद भी दी है। विवेचक केस की जांच कर रहे हैं। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। सतीश कुमार, सीओ सिटी वन

राजेन्द्र प्रसाद पर फ् लाख का बकाया टैक्स नहीं है। वसूली अभियान में टीम ने उससे क्9भ्/क्9भ् वाले भवन के बकाएदार के बारे में पूछा था। जिस पर वह भड़क गया और मारपीट पर उतारु हो गया था। - राज नारायण कमल, टैक्स सुपरिंटेंडेंट