आई एक्सक्लूसिव

-नगर व रूरल एरिया के करीब 4 हजार टीचर्स बीएलओ बनाए गए

- जुलाई से स्कूल तो खुल जाएंगे क्लास में नजर नहीं आएंगे टीचर्स

- एक टीचर या फिर शिक्षा मित्र के हवाले प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल

KANPUR: गवर्नमेंट के प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल जुलाई के फ‌र्स्ट वीक से खुल जाएंगे लेकिन क्लास में गुरुजी नजर नहीं आएंग। पहली बार एडमिशन लेने वाले बच्चों को करीब तीन महीने तक स्कूलों में घेरकर बैठाया जाएगा। पांचवीं क्लास तक स्कूल में सिर्फ एक टीचर होगा जिसके हवाले सैकड़ों बच्चे होंगे। क्योंकि बाकी बचे टीचर्स को तीन बूथ लेवल ऑफिसर(बीएलओ)की जिम्मेदारी दे दी गई। इन हालात में क्वॉलिटी एजूकेशन की बात कितनी आगे बढ़ पाएगी, यह समझना ज्यादा मुश्किल नहीं है।

2496 स्कूलों में टीचर्स का टोटा

नगर व रूरल एरिया में 2496 प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल हैं। इनमें 1674 प्राइमरी और 822 जूनियर हाईस्कूल हैं। प्राइमरी स्कूलों में 3892 टीचर्स कार्यरत हैं। अहम बात यह है कि पहली जुलाई से जब स्कूल खुलेंगे तो इनमें लगभग 60 परसेंट टीचर्स स्कूलों से नदारत होंगे। स्कूल बंद न हों, इसकी मुकम्मल व्यवस्था जरूर एजूकेशन ऑफिसर ने की है।

60 परसेंट टीचर्स को बीएलओ बनाया

अगले साल होने वाले असेंबली इलेक्शन की तैयारियां चुनाव आयोग ने शुरू कर दी है। इसी लिए बूथ लेवल ऑफिसर को लगाकर मतदाता सूची एक बार फिर से अपडेट की जा रही है। इन बीएलओ में ज्यादातर सरकारी स्कूलों के टीचर्स हैं जिन्होंने 16 जून से ही कामकाज संभाल लिया है। कानपुर नगर में इस काम में जिले प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल के टीचर्स को लगाया गया है। जिले के 60 परसेंट टीचर्स अब बीएलओ का काम कर रहे हैं। इन टीचर्स को स्कूल जाने की जरूरत नहीं है।

वर्जन

शिक्षक बीएलओ का काम करेंगे साथ ही साथ उन्हें स्कूल का शिक्षण कार्य भी देखना होगा। कोशिश यही होगी कि शिक्षण कार्य बाधित न हो इसकी मुकम्मल व्यवस्था की गई है।

प्रदीप कुमार द्विवेदी, बीएसए कानपुर नगर

वर्जन

बूथ लेवल ऑफिसर को फील्ड में तीन दिन गुजारने होंगे। उनके एरिया में कोई नाम मतदाता सूची में बढ़ना है तो उसकी स्लिप भरकर निर्वाचन कार्यालय में डिपॉजिट करना होगा। यह कार्य टीचर्स को जून महीने में पूरा करना होगा।

शत्रुघ्न सिंह, एडीएम फाइनेंस

---------------------