--सम्मान समारोह में शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों को दी नसीहत

--जैक सभागार में राज्य के 141 शिक्षक पुरस्कृत

RANCHI: सरकार शिक्षकों को सम्मान दे रही है, तो शिक्षक भी झारखंड की पहचान एजुकेशन हब के रूप में बनाएं। ये बातें शुक्रवार को एजुकेशन मिनिस्टर नीरा यादव ने कहीं। वह बतौर चीफ गेस्ट जैक सभागार में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से शिक्षक दिवस पर आयोजित शिक्षक पुरस्कार सह सम्मान समारोह को संबोधित कर रही थीं। मौके पर जैक प्रेसिडेंट भारत भूषण समेत बड़ी संख्या में टीचर्स मौजूद थे।

मौके पर राज्य के प्राइमरी व माध्यमिक शिक्षा के 241 टीचर्स सम्मानित किए गए। 14 टीचर्स को राज्यस्तरीय, 81 को जिला व 137 टीचर्स को अनुमंडल स्तरीय पुरस्कार दिया गया। साथ ही रांची के 15 टीचर्स को जिला स्तरीय सम्मान दिया गया।

सिर्फ ड्यूटी न करें टीचर्स

मंत्री नीरा यादव ने कहा कि आज दो तरह के टीचर हो गए हैं। एक वो जो स्कूल जाते हैं सिर्फ अपनी ड्यूटी करने के लिए। दूसरे टीचर वो हैं जिन्हें क्लास रूम में पढ़ाते वक्त समय का पता नहीं चलता है। ये बड़ी लगन से पढ़ाते हैं। जरूरत ऐसे ही टीचर की है, जो पढ़ाने को सिर्फ अपनी ड्यूटी न समझे।

डायल 100 होगा और स्ट्रांग

अब डायल 100 और मजबूत होगा। डीजीपी डीके पांडेय ने डायल 100 को सुदृढ़ बनाने के लिए पुलिस अधिकारियों को कई निर्देश जारी किए हैं। शुक्रवार को बिल्डिंग क्लाउड बेस्ड इंटीग्रेटेड डायल 100 विद यूनिफाइड कम्यूनिकेशन पर एक बैठक आहूत की गई थी। इसमें डीजीपी ने राज्य में जिलावार सुदृढ़ीकरण सहित इसके प्रचार-प्रसार पर विस्तृत जानकारी सभी संबंधित पुलिस पदाधिकारियों को दी। स्थानीय स्तर पर विभिन्न स्कूलों में विशेष अभियान चलाकर डायल 100 को कारगर बनाने का निर्देश दिया गया। डीजीपी ने कहा कि डायल 100 के मार्फत पुलिस से संबंधित समस्याओं, घटना एवं दुर्घटना से संबंधित सूचनाओं, अगलगी आदि की सूचनाओं को पुलिस तक बिना विलंब किए पहुंचाने के लिए आम लोगों को प्रशिक्षित करने का निर्देश भी डीजीपी ने दिया।