फ्लैग: फीस बढ़ोतरी पर एप्लीकेंट्स व पैरेंट्स का फूटा गुस्सा

- जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में चल रही नीट काउंसिलिंग में बवाल, तोड़फोड़

- गुस्साए परिजनों का आरोप शिवपाल को विभाग मिलते ही बढ़ी फीस, सीएम ने घटाई थी

- बवाल की वजह से रोकी गई काउंसिलिंग, भारी फोर्स की मौजूदगी में दोबारा शुरू हो सकी

KANPUR: प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में फीस बढ़ोत्तरी के राज्य सरकार के फैसले के बाद फ्राइडे को नाराज अभ्यर्थियों व परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में चल रही प्राइवेट कॉलेजों की काउंसिलिंग में जमकर बवाल और तोड़फोड़ हुई। गुस्साए स्टूडेंट्स ने वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम में विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा के सामने ही टीचर्स से मारपीट कर दी। साथ ही बाहर लगे प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के स्टॉल्स तोड़ दिए। बवाल की सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और काउंसिलिंग सेंटर को खाली कराया। इस दौरान मेडिकल कॉलेज कर्मचारियों ने भी प्राइवेट कॉलेजों की काउंसिलिंग कराने से हाथ खड़े कर दिए। एक्टिंग प्रिंसिपल ने आकर मामला संभाला जिसके बाद काउंसिलिंग दोबारा शुरू हो सकी।

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फीस बढ़ोत्तरी पर भड़के

नीट की सेकेंड काउंसिलिंग के तीसरे दिन प्राइवेट कॉलेजों में एडमिशन के लिए 15 हजार तक की रैंक के स्टूडेंट्स को बुलाया गया था। इससे पहले प्राइवेट मेडिकल व डेंटल कॉलेजों में फीस को लेकर चल रहे विवाद के बीच शासन ने 11.30 लाख रुपए प्रतिवर्ष फीस तय कर दी। पैरेंट्स का आरोप था कि यह फैसला 19 सितंबर को ही होना था। पहले सूचना मिल जाती तो जो लोग इतनी फीस दे सकते थे, वही काउंसिलिंग में आते। इस दौरान कई पैरेंट्स ने आरोप लगाए कि चिकित्सा शिक्षा विभाग शिवपाल यादव के पास जाने की वजह से उन्होंने फीस बढ़ा दी जबकि सीएम अखिलेश के पास जब विभाग था तब उन्होंने प्राइवेट कॉलेजों की फीस काफी कम कर दी थी।

विशेष सचिव कांफ्रेंसिंग में और सामने पिटाई

मेडिकल कॉलेज के एलटी-2 में चल रही नीट काउंसिलिंग के दौरान दोपहर 12 बजे के करीब चार सेंटरों, एसजीपीजीआई लखनऊ, मेरठ, कानपुर और इलाहाबाद में ऑनलाइन कांफ्रेंसिंग हो रही थी। इस दौरान लखनऊ से विशेष सचिव अरिंदम भट्टाचार्या भी कांफ्रेंसिंग में मौजूद थे। इस दौरान जब बवाल हुआ तो कुछ स्टूडेंट्स एलटी में घुस आए। एनाटामी विभाग के लेक्चरर डॉ। शैलेंद्र सिंह व डॉ। प्रशांत त्रिपाठी ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो वह उनसे भिड़ गए व दोनों डॉक्टर्स से मारपीट कर दी। कॉलेज के कुछ कर्मचारियों ने जब उन्हें दौड़ाया तो विवाद और बढ़ गया। इस दौरान वहां लगे प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के स्टॉल्स तोड़ दिए गए। साथ ही बैरीकेटिंग व पानी के स्टॉल भी तोड़ दिए गए।

दो घंटे रोकनी पड़ी काउंसिलिंग

नीट काउंसिलिंग में बवाल की वजह से काउंसिलिंग को दो घंटे तक रोकना पड़ा। बवाल की सूचना पर कई थानों का फोर्स कैंपस में पहुंचा। इस दौरान काउंसिलिंग प्रभारी और कार्यकारी प्रिंसिपल प्रो। आरपी शर्मा के आदेश पर काउंसिलिंग सेंटर को खाली करा दिया गया। बाद में एक एक करके स्टूडेंट्स को अंदर बुलाया गया। हालांकि इस मामले में कॉलेज की तरफ से कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है।