बोर्ड परीक्षाओं में फर्जी कक्ष निरीक्षक मिलने पर संयुक्त शिक्षा निदेशक ने दिए निर्देश

Meerut। यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में फर्जी शिक्षकों के मिलने के बाद से शिक्षकों पर भी विशेष नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही सभी कक्ष निरीक्षक बने शिक्षकों का वैरिफिकेशन भी करवाया जा रहा है।

ऐसे होगी चेकिंग

वृहत समाज सुधार स्कूल में मिले फर्जी कक्ष निरीक्षकों के बाद अब सभी कक्ष निरीक्षकों का स्कूल के अटेंडेंस रजिस्टर से मिलान किया जाएगा। वहीं यह भी देखा जाएगा कि किसी शिक्षक ने आईकार्ड में अपना विषय, नाम, स्कूल का नाम या अन्य विवरण गलत तो नहीं दिया है। इस कार्य के लिए डीआईओएस-1 ने विभाग को तीन दिन का समय दिया है।

होती थी नकल

संयुक्त शिक्षा निदेशक दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि मेरठ मंडल में नकल रोकने के लिए विभाग ने 15 दिन पहले ही विशेष रणनीति तैयार कर ली थी। इस दौरान यहां नकल के तरीकों का खुलासा भी हुआ। दरअसल, पहले अधिकतर सेंटर्स पर फर्जी कक्ष निरीक्षक तैनात किए जाते थे, जो परीक्षार्थियों को इमला बोल नकल करवाते थे। इस बार भी विभाग ने कई सेंटर्स पर ऐसे निरीक्षकों को पकड़ा है, जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।

फर्जी कॉल

इस बार नकल पर प्रशासन की नकेल से नकल माफिया भी फर्जी कॉल कर अधिकारियों को परेशान कर रहे हैं। सचल दस्तों समेत विभागधिकारियों को रोजाना 8 से 10 ऐसी फर्जी कॉल्स आ रही हैं।

अब होगी व्यवस्था

- परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी फुटेज की रैंडम चेकिंग

- महत्वपूर्ण परीक्षाओं में बरती जाएगी विशेष सावधानी

- अफवाहों पर रखी जाएगी विशेष नजर

- इमला बोल नकल होने पर कॉपियों की होगी स्क्रीनिंग

- विभाग की ओर से रात में भी परीक्षा केंद्रों पर होगी चेकिंग

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शासन व कमिश्नर के निर्देशों के पालन किया जा रहा है। नकल रोकने के लिए हर दिन अलग रणनीति तैयार की जा रही हैं। जहां खामियां पाई जा रही हैं, वहां निश्चित ही कार्यवाही भी हो रही है।

दिव्यकांत शुक्ल, संयुक्त शिक्षा निदेशक, मेरठ मंडल