-संप्रेषण गृह में निरुद्ध किशोरों को फाइलिंग का मिला वर्क

-विभिन्न विभागों से आया 6 हजार ऑफिस फाइल बनाने का आर्डर

-प्रोवेशन विभाग जुटा रहा रॉ मैटेरियल, शुरू हुआ फाइलिंग का काम

Meerut । प्रोवेशन विभाग की मेहनत रंग लाई। राजकीय संप्रेषण गृह में निरुद्ध 55 किशोरों को रोजगार मिल गया है। प्रमुख सचिव महिला एवं बाल कल्याण रेणुका कुमार के निर्देश के बाद विभिन्न विभागों से करीब 6 हजार फाइल बनाने का आर्डर प्रोवेशन विभाग को मिला है। अब रॉ मैटेरियल जुटाकर ऑफिस फाइल बनाने का काम संप्रेषण गृह में निरुद्ध किशोर कर रहे हैं।

हाथ के कारीगर बने

करीब 2 माह पूर्व प्रोवेशन विभाग ने संप्रेषण गृह में निरुद्ध किशोरों को हाईकोर्ट के आदेशों के बाद तकनीकी प्रशिक्षण का कार्य वी कमिट संस्था द्वारा किया जा रहा है। संस्था ने सर्वप्रथम निरुद्ध किशोरों को फाइल बनाने के लिए प्रशिक्षित किया है। संप्रेषण गृह परिसर में ही किशोर रॉ मैटेरियल से ऑफिस फाइल बनाएंगे और प्रिंट भी करेंगे।

छह हजार का आर्डर

संप्रेषण गृह के अधीक्षक मिथलेश सिंह ने बताया कि करीब 6000 ऑफिस फाइल बनाने का आर्डर मिला है। अकेले डीएम कार्यालय से 5000 फाइल बनाने का आर्डर है जबकि 500 फाइल का आर्डर जिला उद्यान विभाग और 500 फाइल का आर्डर बाल कल्याण समिति ने दिया है। इसके अलावा प्रोवेशन विभाग, विकास विभाग, जुवेनाइल कोर्ट आदि विभागों की ओर से मौखिक तौर पर हजारों ऑफिस फाइल के आर्डर हैं। उन्होंने बताया कि रॉ मैटेरियल उपलब्ध करा दिया गया है, रविवार से फाइल का निर्माण शुरू हो जाएगा।

5.40 रुपये है लागत

अधीक्षक सिंह ने बताया कि फाइल का निर्माण संप्रेषण गृह परिसर में ही किया जाएगा। ट्रेडीशनल डाई और कटर से फाइल का निर्माण किया जाएगा तो वहीं फर्मे से प्रिंट किया जाएगा। एक फाइल की लागत करीब 5.40 रुपये है। जिलाधिकारी द्वारा फाइल की कीमत निर्धारित की जाएगी। बिक्री मूल्य से लागत को निकालकर बची राशि को मेहनताने के रूप में किशोर के परिजनों को सौंपी जाएगी।

---

रॉ मैटेरियल मुहैया करा दिया गया है। रविवार से ऑफिस फाइल बनाने का काम शुरू हो जाएगा। विभिन्न विभागों से मिल रहे ऑर्डर से निरुद्ध किशोरों के साथ-साथ विभाग भी उत्साहित है।

आशुतोष सिंह, क्षेत्रीय उप परिवीक्षा अधिकारी, मेरठ