- फैसले पर अंगुली उठाने वाले मिनिस्टर्स को बर्खास्त करें सीएम : सुशील मोदी

PATNA : एक्स सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि सीएम जीतन राम मांझी को हटाना उनके एजेंडे पर नहीं है। दूसरी तरफ उनके इशारे पर महादलित सीएम को अपमानित और कमजोर बनाकर पद छोड़ने को मजबूर करने के एजेंडे पर वे तेजी से काम कर रहे हैं। नीतीश कुमार के करीबी दो मंत्रियों ने अफसरों के तबादला करने के सीएम के अधिकार को जिस तरह से चुनौती दी है, वह मांझी हटाओ अभियान की ताजा कड़ी है। इससे लालू प्रसाद की यह टिप्पणी सच साबित हो रही है कि नीतीश कुमार की आंत में दांत हैं। ये कहा है एक्स ़िडप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने।

मांझी को कमजोर करना चाहते नीतीश

सुमो ने कहा कि नीतीश पद के बिना नहीं रह सकते, इसलिए वे अपने प्रवक्ताओं और नजदीकी मंत्रियों से बयान दिलवा कर मांझी को इतना कमजोर कर देना चाहते हैं कि वे खुद गद्दी छोड़ कर भाग जाएं या आत्मसमर्पण कर दें। स्टेट गवर्नमेंट के जिन मिनिस्टर्स को अपने सीएम पर विश्वास नहीं है, उन्हें स्वयं ही पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। यदि वे पद नहीं छोड़ते हैं, तो सीएम को वैसे मंत्रियों को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए। जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे, तब तबादला करने के बारे में वे कभी किसी से नहीं पूछते थे। आज एक महादलित सीएम को अपमानित करने लिए उनके फैसले पर नीतीश कुमार के करीबी लोग सवाल उठा रहे हैं।

लड़ाई शर्मनाक मोड़ पर

नीतीश-मांझी की लड़ाई शर्मनाक मोड़ पर आ चुकी है। सत्तारूढ़ दल भोज की राजनीति में उलझा हुआ है। एक गुट दूसरे को मात देने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। सरकार के मिनिस्टर्स न खुद काम करते हैं, न सीएम को काम करने दे रहे हैं। विकास ठप है। नीतीश बताएं कि आखिर वे चाहते क्या हैं? अब अगर उन्हें विकास से ज्यादा पद की लिप्सा परेशान कर रही है, तो उन्हें खुद सीएम बन जाना चाहिए।