आनंद को जीतनी होंगी बची हुई दोनों बाजियां

गौरतलब है कि इस बाजी की समाप्ति के बाद भी कार्लसन अपने भारतीय प्रतिद्वंदी पर एक अंक के साथ बढ़त बनाए हुए हैं.आनंद के खाते में फिलहाल 4.5 अंक हैं. वहीं कार्लसन ने अब तक 5.5 अंक पर कब्जा जमा लिया है.जानकारी है कि विश्व चैंपियनशिप के तहत कुल 12 बाजियां खेली जानी हैं. अभी दो बाजियां बची हैं. इसका मतलब यह है कि आनंद को विश्व खिताब जीतने के लिए अब बची दोनों बाजियों को जीतना होगा.    

कार्लसन को करना होगा क्या!

वहीं दूसरी ओर बात करें स्थिति की तो कार्लसन इस समय सबसे बेहतर पोजीशन पर हैं. बीते साल भी इस युवा खिलाड़ी ने बड़ी आसानी से आनंद के सामने विश्व खिताब अपने नाम किया था्.वहीं इस बार यह ताज अपने पास रखने के लिए उन्हें या तो एक जीत चाहिए होगी या फिर दो ड्रॉ.

एक नजर पिछली बाजियों पर

विश्वनाथन आनंद ने सातवीं बाजी में 122 चाल तक जूझने के बाद मैग्नस कार्लसन के खिलाफ विश्व शतरंज चैंपियनशिप की आठवीं बाजी भी ड्रॉ खेली थी.आनंद दो बाजियों में काले मोहरों से खेलने के बाद आठवीं बाजी में सफेद मोहरों से खेल रहे थे. उन्होंने फिर से वही शुरुआत की जो उन्होंने तीसरी बाजी में की थी,जिसमें वह जीत दर्ज करने में सफल रहे थे. कार्लसन ने हालांकि पारंपरिक तरीका अपनाने के बजाय हटकर शुरुआत की थी. नॉर्वे के खिलाड़ी ने शुरू से ही तेजी से चालें चली और लगातार मोहरों की अदला बदली करके साफ कर दिया कि वह बाजी को ड्रॉ कराना चाहते थे.