164 सीआरपीसी में दिए बयान :

- 29 जून को घर से कालेज जाते समय सहेली निशात से मिली, उसने हापुड़ ले जाकर प्रधान नवाब और हाफिज सनाउल्ला एवं शानू से मुझे कॉलेज छोड़ने के लिए कहा। हापुड-बुलदंशहर रोड पर मदरसे में ले जाकर शानू और नवाब ने दुष्कर्म किया। सनाउल्ला ने प्राइवेट पार्ट से छेड़छाड़ की।

-23 जुलाई को सनाउल्ला और नवाब ने मेरा अल्ट्रासाउंड कराया। गर्भवती होने पर ही मेरा ऑपरेशन करा दिया, जिसमें पेट से गर्भाशय की फेलोफियन ट्यूब को गायब कर दिया ग

-29 जुलाई को दर्द की दवाई लेने मेडिकल पर जाते समय नवाब और सनाउल्ला उठाकर ले गए। दोताई मदरसे के हाफिज ने धर्म परिवर्तन कराकर शपथ पत्र तैयार कर खुद ही मेरे हस्ताक्षर कर मेरा नाम बुशरा जन्नत रख दिया।

सिटी मजिस्ट्रेट के सामने दिया बयान :

मैं बालिग हूं मेरी उम्र 22 वर्ष है, अपने होशो हवास में बता रही हूं, पिछली घटना में दूसरे समुदाय के युवक के साथ अपनी मर्जी से गई थी। इसको लेकर परिवार के लोग काफी नाराज थे। वह जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इसलिए मैं घर से निकलकर थाने आ गई। मैं अपने घर ओर परिजनों के साथ नहीं जाना चाहती हूं।

मीडिया को दिए बयान : परिवार के लोगों के दबाव में ही मैने पूरी कहानी को रची थी। अब उन्हें पैसे नहीं मिल रहे थे। लगातार परिवार के लोग पैसे मांगने का दबाव बना रहे थे। सिर्फ भाजपा नेता ने ही मदद के लिए 25 हजार रुपये दिए थे।