- खुफिया एजेंसियों को मिला इनपुट, आतंकी जासूसी और हमला करने के लिए बदल सकते हैं भेष

- बनारस में मानसिक रूप से विक्षिप्त दे चुके हैं कई वारदातों को अंजाम

VARANASI (21 Oct)

जब से भारत ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की तब से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई बौखालाई हुई है। इंडियन सेंट्रल एजेंसीज के हाथ सुराग लगा है कि आईएसआई एजेंट्स या आतंकी अब मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति का रूप धरकर या तो जासूसी करेंगे या भीड़ में हमला करेंगे। आतंकियों की इस नई चाल से सुरक्षा एजेंसीज के कान खड़े हो गए हैं। इंटेलिजेंस एजेंसियों के इस इनपुट के बाद गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर सभी राज्यों को संदिग्ध और विशेष रूप से सड़क पर घूमने वाले मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।

वाराणसी भी है संवेदनशील

अतीत में वाराणसी में हुए बम ब्लास्ट और अब पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के चलते वाराणसी संवेदनशील है। यही नहीं इस शहर में मानसिक रूप से विक्षिप्त कई बार यहां की सुरक्षा व्यवस्था को आईना दिखा चुके हैं। त्योहारों का मौसम चल रहा है ऐसे में भीड़भाड़ वाले इलाके में किसी मानसिक रूप विक्षिप का रूप धरकर घूमने वालों के लिए हमला करना आसान हो जाएगा। गौरतलब है कि भारत द्वारा पीओके पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से शहरों में भी आतंकी हमले का खतरा बढ़ा हुआ है और सभी राज्यों की पुलिस को अलर्ट रहने को कहा गया है।

वाराणसी में घट चुकी हैं ये घटनाएं

केस-क्

वाराणसी का कैंट स्टेशन हमेशा से आतंकियों के रडार पर रहा है। इस स्टेशन के महत्व और भीड़भाड़ को देखते हुए आतंकी हमले की आशंका बनी रहती है। यहां स्वतंत्रता दिवस के ठीक एक हफ्ते पहले हाई अलर्ट होने के बावजूद 9 अगस्त को प्लेटफॉर्म नंबर क् पर हाई टेंशन वायर के इलेक्ट्रिकल पोल पर एक संदिग्ध युवक चढ़ गया। सूचना मिलने पर जीआरपी और आरपीएफ समेत रेलवे के अफसरों के हाथ पैर फूल गए। हालांकि युवक को जीआरपी ने पैसे का प्रलोभन देकर को नीचे उतार लिया था। इस घटना ने कैंट स्टेशन पर अलर्टनेस की पोल खोल दी। अगर वह युवक हाई टेंशन वायर को किसी तरह काट देता तो उस समय वहां मौजूद हजारों लोगों की जिंदगियां दांव पर लग जातीं।

केस-ख्

सितम्बर के पहले हफ्ते में एक युवक कैंट रेलवे स्टेशन के मेन गेट के ठीक ऊपर बने लगभग क्ख्भ् फीट की ऊंचाई पर बने चक्र और शिखर पर चढ़कर योगा करता रहा। सुरक्षा के लिए लगी जीआरपी की संवेदनशीलता यह कि जब जीआरपी इंस्पेक्टर शिव प्रकाश सोनकर को मामले की जानकारी देने के लिए बात करने की कोशिश की गई तो उनका सीयूजी नंबर उनका ड्राईवर उठाता रहा और उनके व्यस्त होने की दुहाई देता रहा।

केस- फ्

वाराणसी पुलिस डिपार्टमेंट भी एक खौफनाक घटना को ख्फ् अक्टूबर ख्0क्क् को फेस कर चुका है। उस दिन महिला थाने में एक महिला होमगार्ड उषा की सिर कूंचकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के लिए जिम्मेदार कोई और नहीं एक विक्षिप्त महिला ही थी। इस विक्षिप्त महिला को उस वक्त डीएम रहे रविन्द्र ने कैंट एरिया से ठंड की रात में उठवाकर पहले अस्पताल पहुंचाया था। यहां से इलाज के बाद उसे महिला थाने में रखा गया था। यहां उसकी देखरेख में तैनात महिला होमगार्ड को ही विक्षिप्त महिला ने धोखे में पत्थर से कूंच कर मार डाला।