- दूसरे दिन भी दहशत में रहे छात्र, नहीं पहुंची टीम

- अब तक आधा दर्जन बने शिकार, मेस के कर्मचारी भी परेशान

ALLAHABAD: एमएलएन मेडिकल कॉलेज के ब्वॉयज हास्टल के आसपास बंदर का आतंक लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। कॉलेज प्रशासन द्वारा जानकारी दिए जाने के बावजूद गुरुवार को वन विभाग या नगर निगम की टीम उसे पकड़ने नही पहुंची। ऐसे में छात्रों का कहना था कि वह कभी भी हमला कर सकता है। इससे छात्रों और मेस कर्मचारियों में दहशत का माहौल है। दो दिन में वह कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है।

लगातार बना हुआ है खतरा

बुधवार से कॉलेज कैंपस में बंदर का आतंक छाया हुआ है। ब्वॉयज हॉस्टल के आसपास यह बंदर अब तक आधा दर्जन लोगों को अपना शिकार बना चुका है। इनमें एमबीबीएस छात्र गंगा सिंह, दिनेश सिंह, संजय सहित कई और लोग शामिल हैं। छात्रों की मानें तो मेस के कर्मचारियों को भी उसने अपना निशाना बनाया है। पीडि़तों के मुताबिक तो बंदर पागल प्रतीत हो रहा है और वन विभाग या नगर निगम अगर जल्द उस पर काबू नहीं पाती है तो लोगों को मुश्किल होगी।

अचानक करता है हमला

छात्रों का कहना है कि बंदर अचानक हमला करता है। गुरुवार को छात्र और अन्य कर्मचारी संभलकर उधर से निकलते रहे। उनको बंदर द्वारा काटे जाने का डर सताता रहा। बता दें कि मेडिकल कॉलेज कैंपस में बंदर शिकार हुए छात्रों ने इसकी शिकायत प्रिंसिपल से की थी। उन्होंने वन विभाग और नगर निगम से बंदर को पकड़ने जाने की अपील की लेकिन इसकी सुनवाई नही हुई। इसके चलते गुरुवार को भी कैंपस में बंदर से लोग बचकर निकलते रहे। अधिकतर छात्र हॉस्टल के कमरे में कैद रहे।

हॉस्टल में रहते हैं 500 छात्र

पीजी छात्रों का हॉस्टल एसआरएन हॉस्पिटल कैंपस में है तो एमबीबीएस ब्वॉयज और ग‌र्ल्स का हॉस्टल मेडिकल कॉलेज कैंपस में बना हुआ है। ब्वॉयज में पांच सौ छात्र रहते हैं। इनमें फ‌र्स्ट से लेकर फाइनल ईयर तक के छात्र शामिल हैं। अक्सर कई छात्रों को शाम या रात में क्लीनिकल सर्विस के लिए हॉस्पिटल जाना पड़ता है। ऐसे में उनको हॉस्टल से आने-जाने में दिक्कत हो सकती है। छात्राओं का हॉस्टल भी महज दो सौ मीटर की दूरी पर है। इसलिए बंदर का खतरा वहां भी मंडरा रहा है।

वर्जन

बंदर ने अचानक हमला कर दिया। बचने का मौका भी नहीं मिला है। अगर प्रशासन जल्द उसे नहीं पकड़ता है तो दूसरे छात्रों केलिए भी दिक्कत हो सकती है।

-गंगा सिंह, पीडि़त छात्र

मेरे अलावा कई लोगों पर हमला किया है। सभी छात्र डरे हुए हैं। प्रिंसिपल सर ने भी वन विभाग और नगर निगम से शिकायत की है। लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया।

-डॉ। संजय, पीडि़त छात्र