ALLAHABAD: परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापकों के पदों पर नियुक्ति के लिए जरूरी टीचर्स पात्रता परीक्षा में इस बार पांच लाख अभ्यर्थी परीक्षा के पहले ही दौड़ से बाहर हो गए। इस बार टीईटी में अभ्यर्थियों के साथ ही शिक्षामित्रों ने भी आवेदन किया था। सूबे में परीक्षा में शामिल होने के लिए कुल 15 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। इसमें से महज दस लाख अभ्यर्थी ही आवेदन पूरा करने में सफलता हासिल कर सके। बाकी परीक्षा में शामिल होने से पहले ही दौड़ से बाहर हो गए।

सरवर बना खलनायक

टीईटी में शामिल होने के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को 11 सितंबर शाम छह बजे तक शुल्क जमा करने का मौका दिया गया था। आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को निर्धारित तिथि तक ऑनलाइन शुल्क जमा करना था। लाखों की संख्या में अभ्यर्थी आन लाइन शुल्क जमा करने के लिए जुगत में लगे रहे, लेकिन सरवर में समस्या के कारण प्रक्रिया पूरी नहीं कर सके। शुल्क जमा करने से वंचित रहे अभ्यर्थियों ने सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी सुत्ता सिंह से मुलाकात कर तिथि बढ़ाने की मांग की तो उन्होंने प्रशासनिक मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया। इन अभ्यर्थियों में बड़ी संख्या में शिक्षामित्र भी शामिल हैं।

फैक्ट फाइल

1508410 अभ्यर्थियों ने किया यूपीटीईटी के लिए आवेदन

11 सितंबर शाम छह बजे तक जमा करना था आवेदन शुल्क

1009221 अभ्यर्थी ही अब बचे हैं मैदान में

499189 अभ्यर्थी शुल्क जमा नहीं करने के कारण हुए परीक्षा से वंचित