-पटना में पशुआहार कारखाना समेत 6 संयंत्रों का सीएम ने किया उद्घाटन

क्कन्ञ्जहृन्: बिहार में महिला सशक्तिकरण में 'काम्फेड' बड़ी भूमिका निभा रही है। बिहार सरकार पशुपालन के क्षेत्र में महिलाओं को प्रोत्साहित करने की नीति पर काम कर रही है। महिलाएं पशुपालन के क्षेत्र में आगे आएं। यह आह्वान सीएम नीतीश कुमार ने किया। सीएम बुधवार को राजधानी के बापू सभागार में बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के 35वें स्थापना दिवस समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार में 2,753 दुग्ध उत्पादन सहकारी समितियों का संचालन महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। फ्यूचर में इस तरह की सहकारी समितियों की संख्या और बढ़ेगी।

144.67 करोड़ की लागत से छह संयत्रों का ऑनलाइन उद्घाटन

इस अवसर पर डिप्टी सीएम सुशील मोदी, ऊर्जा, निबंधन और मद्य निषेध मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, सहकारिता मंत्री राणा रणधीर, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री पशुपति कुमार पारस, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव एन विजयलक्ष्मी समेत व काम्फेड की प्रबंध निदेशक शिखा श्रीवास्तव समेत अन्य अफसर मौजूद थे। सीएम ने ने 144.67 करोड़ की लागत से स्थापित काम्फेड के छह संयत्रों का ऑनलाइन उद्घाटन किया।

कारखाना की क्षमता में वृद्धि

जिसमें सुपौल में एक लाख लीटर क्षमता के डेयरी संयंत्र, समस्तीपुर और हाजीपुर में दो दुग्ध चूर्ण (पाउडर) संयंत्र, पटना और बिहारशरीफ में 20-20 हजार लीटर क्षमता के दो आइसक्रीम संयंत्र, पटना में 150 मीट्रिक टन क्षमता के नवनिर्मित पशुआहार कारखाना के साथ पशु आहार कारखाने की क्षमता में 50 मीट्रिक टन की वृद्धि शामिल है। समारोह में राज्य के सभी जिलों एवं झारखंड से आए करीब पांच हजार दुग्ध उत्पादक भी मौजूद थे। डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि काम्फेड ने देश में काफी नाम कमाया है। यह देशभर में नौवीं नंबर की सहकारी संस्था है। हम जल्द ही हरियाणा को पीछे छोड़कर सातवां या आठवां स्थान हासिल कर सकते हैं।

सफलता गाथा का विमोचन

सीएम नीतीश कुमार ने जेंडर रिसोर्स सेंटर द्वारा अनुसंधान पुस्तिका बिहार में कॉम्फेड के अ‌र्न्तगत महिला दुग्ध सहकारी समितियों की सफलता गाथा का विमोचन किया। जेंडर रिसोर्स सेंटर के प्रधान सलाहकार आनंद माधव ने बताया कि जेंडर रिसोर्स सेंटर, महिला विकास निगम, बिहार राज्य समाज कल्याण विभाग बिहार सरकार द्वारा किया गया है। इसका उद्देश्य कॉम्फेड द्वारा विशेष अभियान के तहत निर्मित 538 महिला दुग्ध उत्पादन समितियों से जुड़ी महिलाओं के सशक्तिकरण के स्तर का पता लगाना था। इन दुग्ध उत्पादन समितियों का निर्माण महिलाओं को दुग्ध उत्पादन से जोड़ने तथा सम्मानपूर्वक रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए किया गया है। आनंद माधव ने बताया कि इस अध्ययन ने महिला दुग्ध उत्पादन सहकारी समितियों के सशक्तिकरण बड़ा काम किया है।