अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद यादगारी अभियान के तहत इविवि के छात्रों ने की परिचर्चा

ALLAHABAD: दिशा छात्र संगठन, नौजवान भारत सभा और स्त्री मुक्ति लीग से जुड़े इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों ने चन्द्रशेखर आजाद के शहादत दिवस (27 फरवरी) पर चलाए जा रहे अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद यादगारी अभियान के तहत इविवि परिसर में पैदल मार्च निकाला। इसके अलावा नुक्कड़ सभाएं भी की गई। इस मौके पर दिशा छात्र संगठन की अंजलि ने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद के शहादत के 87 वर्षो के बाद भी चन्द्रशेखर आजाद जैसे क्रान्तिकारियों का सपना अधूरा है।

आजादी के 70 वर्ष बाद भी संकट

अंजली ने कहा कि आज के समय में चन्द्रशेखर आजाद को केवल अंग्रेजों के खिलाफलड़ने वाले योद्धा के तौर पर प्रचारित किया जाता है। चन्द्रशेखर आजाद और उनके संगठन की विरासत एक समानता और न्याय पर टिके धर्मनिरपेक्ष समाज को बनाने की विरासत थी। आज आजादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद भी देश में छात्रों और नौजवानों के लिए शिक्षा जैसी बुनियादी चीज का संकट बना हुआ है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी पिछले सत्र में हॉस्टल्स की फीस बढ़ा दी गई थी। इसे लेकर अभी तक छात्र आन्दोलनरत हैं। लेकिन प्रशासन पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।

नव समाज की लड़ाई में जुटना होगा

प्रसेन ने कहा कि व्यवस्था के इस बढ़ते संकट की ही देन है कि आज पूरे समाज में एक तरफ जाति-धर्म आदि के नाम पर लोगों को लड़ाया जा रहा है। दूसरी ओर बर्बर अमानवीय और आपराधिक मानसिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है। आज के समय में इन क्रान्तिकारियों को याद करना केवल रस्म-अदायगी नहीं, बल्कि लूट और शोषण पर टिकी इस व्यवस्था को उखाड़ कर एक नये समाज के निर्माण की लड़ाई में जुट जाना है। कार्यक्रम के दौरान पर्चे वितरित किए गए और क्रान्तिकारी गीत गाए गए। कार्यक्रम में अविनाश, धर्मराज, सिद्धार्थ, नीशू, प्रसेन, राजू, दीपक आदि शामिल रहे।